संसद में आज सीनियर जर्नलिस्ट वेद प्रताप और हाफिज सईद की मुलाकात के मामले में जमकर हंगामा हुआ.


दो बार किया स्थगितसीनियर जर्नलिस्ट वेद प्रताप वैदिक और लश्कर ए तयैबा के चीफ हाफिज सईद की मुलाकात को लेकर आज संसद में माहौल गर्म रहा और जमकर हगांमा हुआ. इस मामले को लेकर विपक्ष ने सरकार पर कड़ा रुख अपनाया. कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वेद प्रताप वैदिक आरएसएस का आदमी है और इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए. वहीं इस मुद्दे को लेकर लगातार होते हंगामे के बीच कार्यवाही को दो बार स्थगित किया गया.कब शुरु हुआ हंगामा
संसद में प्रश्न काल के शुरु होते ही विपक्ष ने जर्नलिस्ट वेद प्रताप और हाफिज सईद की मुलाकात के मुद्दे को उठाया और हंगामा शुरु कर दिया. इस मामले में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस का सपा, बसपा, जदयू, तृणमूल कांग्रेस जैसे विपक्षी दलों ने साथ दिया. संसद में माहौल तब और गर्म हो गया जब कांग्रेस और सपा के सदस्य वैदिक की गिरफ्तारी की मांग को लेकर नारे लगाते हुए अपने स्थानों से आगे आ गए. इस पर माहौल खराब होता देख स्पीकर ने बैठक शुरु होने के सिर्फ 3 मिनट बाद ही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई. हालांकि बैठक को स्थगित करने का ज्यादा कुछ फायदा नहीं मिला और 15 मिनट बाद जब बैठक दोबारा शुरु हुई संसद में माहौल पहले जैसा ही बन गया. कांग्रेस नेता आनंद शर्मा विपक्ष को राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे को लेकर घेरते नजर आए. शर्मा ने कहा कि ये मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मामला है और सरकार आखिर कैसे इसे इतने हल्के में ले सकती है. कांग्रेस नेता इस मामले में केंद्र सरकार से स्थिती स्पष्ट करने की मांग की है.वैदिक का जवाब


वहीं सीनियर जर्नलिस्ट वैदिक ने कांग्रेस के आरोपों को गलत ठहराते हुए कहा कि वो किसी के नहीं बल्कि स्वयं के दूत हैं. मामले में अपनी सफाई पेश करते हुए वैदिक ने अपनी हाफिज सईद की मुलारात सही ठहराते हुए कहा कि वो हर तरह के लोगों से मुलाकात करते हैं और ये उनके लिए कॉमन बात है. इससे पहले कांग्रेस ने उनपर आरोप लगाया था कि वो सरकार के दूत के रूप में लशकर चीफ से मिले थे. वहीं वैदिक और हाफिज सईद की मुलाकात 2 जुलाई को इस्लामाबाद में हुई थी. जिसके बाद इन दोनों की फोटो सोशल मीडिया पर अपलोड कर दी गई. इस मामले में संसद का माहौल गर्म रहा और दिग्विजय सिंह, अंबिका सोनी, गुलाम नबी आजाद जैसे बड़े विपक्षीय नेताओं ने सरकार पर लगातार वार किए और पूछा कि इस मुद्दे पर सरकार से वो जानना चाहते हैं कि क्या उसने इस मुलाकात की परमीशन दी थी?सुषमा उतरी बचाव मेंकेंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वापाज ने इस मामले पर संसद में अपने स्टेटमेंट के जरिए ये बात साफ कर दी कि सीनियर जर्नलिस्ट वैदिक की पाकिस्तान यात्रा और हाफिज सईद से उनकी मुलाकात का केंद्र सरकार से कोई संबंध नहीं है. विदेश मंत्री ने बचाव का रुख अपनाते हुए साफ शब्दों में कहा कि वैदिक के पाकिस्तान जाने और वहां जाकर हाफिज सईद से मुलाकात के बारे में सरकार से कोई बात नहीं की थी. ये उनकी निजी यात्रा है और व्यक्तिगत मुलाकात थी.

Posted By: Subhesh Sharma