- वेडनसडे को अक्षय तृतीया के पर्व पर गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर के खोले गए कपाट

- पहले दिन दोनों धाम में 2500 श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

UTTARKASHI: गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट वेडनसडे को अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर श्रद्धालुओं के दर्शनों के लिए खोल दिए गए। कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा का आगाज हो गया है। पहले दिन दोनों धाम में करीब 2500 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।

यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह

वेडनसडे को अक्षय तृतीय के पावन पर्व पर पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ दोपहर 12.15 बजे यमुनोत्री धाम और दोपहर 1.15 बजे गंगोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले गए। मां गंगा की उत्सव डोली वेडनसडे सुबह आठ बजे भैरवघाटी स्थित भैरव मंदिर से महार रेजीमेंट की बैंड धुनों के बीज गंगोत्री के लिए रवाना हुई। दस बजे डोली गंगोत्री धाम पहुंची, जहां गंगा लहरी पाठ, मंगल आरती और हवन-पूजन की प्रक्रिया संपन्न हुई। श्री पांच गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल ने बताया कि दोपहर एक बजे डोली को मंदिर के गर्भगृह में ले जाया गया और 1.15 बजे वैदिक मंत्रोचार के साथ मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। इस दौरान पूरा मंदिर परिसर मां गंगा के जयकारों से गुंजायमान हो उठा। उधर, सुबह 9.15 बजे मां यमुना की डोली शीतकालीन प्रवास खरसाली से यमुनोत्री धाम के लिए रवाना हुई। सुबह 11.30 बजे डोली यमुनोत्री धाम पहुंची, जहां अभिजित मुहूर्त में दोपहर 12.15 बजे यमुनोत्री मंदिर के कपाट खोल दिए गए। यमुनोत्री मंदिर समिति के सचिव कृतेश्वर उनियाल ने बताया कि पहले दिन दोनों धाम में करीब 2500 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।

Posted By: Inextlive