देहरादून।

चार दिवसीय छठ व्रत का पहला अ‌र्घ्य मंगलवार को शाम 5.24 बजे दिया जाएगा। इससे पहले सोमवार को गन्ने की खीर एवं प्रसाद खाकर खरना मनाया गया। छठ पर्व में रोटी पर खीर का प्रसाद रखकर खाने का विशेष महत्व होता है। माना जाता है कि इस प्रसाद को ग्रहण करने वाले की छठ मैया सभी इच्छाएं पूरी करती हैं।

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तीन दिवसीय निर्जला व्रत

खरने के दिन सुबह से ही निर्जला व्रत शुरू हो चुका है। इस मौके पर व्रतियों ने घर में गन्ने की खीर पकाई। इस प्रसाद का छठ मैया को भोग लगाया गया। साथ ही सुबह से बिन पानी का व्रत रखने के बाद शाम को रोटी और खीर खाकर खरना मनाया। अब ये व्रती मंगलवार को शाम को छठ मैया को अ‌र्घ्य देंगे।

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ठेकुए से सजेगा सूप

सुबह से व्रती सूप सजाना शुरू कर देंगे। इस दौरान सूप को साफ तरीके से धोकर सबसे पहले उसमें सिंदूर लगाया जाएगा। इसके पश्चात उसमें ठेकुआ रखा जाएगा। ठेकुए के साथ-साथ कई तरह के फल एवं सब्जियां भी इसमें रखी जाएंगी। इसके पश्चात इस सूप को पूजा वाली जगह पर व्रती साथ लेकर जाएंगें।

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यहां-यहां होगा अ‌र्घ्य

टपकेश्वर परिसर में मुख्य तौर पर अ‌र्घ्य होगा। इसके साथ ही शहरभर की अधिकतर जगहों पर अ‌र्घ्य की व्यवस्था की गई है। यहां तीन बजे से ही व्रती जुटने लगेंगे और अपनी-अपनी जगह घेरकर पूजा की थाली वहां रख देंगे। इसके पश्चात शाम 5.24 बजे डूबते हुए सूर्य को इस व्रत का पहला अ‌र्घ्य दिया जाएगा। जबकि बुधवार को उगते हुए सूर्य को सुबह 6.15 बजे इस व्रत का दूसरा अ‌र्घ्य देकर व्रत का समापन कर दिया जाएगा।

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पूर्वा मंच ने किये डॉक्टर तैनात

पूर्वा सांस्कृतिक मंच ने खास इंतजाम किए हैं। ठंड में पानी में लगातार एक घंटे खड़े रहने के चलते एवं अन्य कारणों से कहीं व्रती बीमार न पड़ जाएं, इस ओर मंच की ओर से राजधानी के करीब 15 घाटों पर डॉक्टरों की तैनाती की गई है। जो कि मंच से ही जुड़े हैं। मंच के कार्यकारी अध्यक्ष डा। एसके झा ने बताया कि ठंडे पानी में लगातार खड़े रहने से कोल्ड स्ट्रोक की संभावना हो सकती है। यही वजह है कि इस दौरान डॉक्टरों की तैनाती जरूरी है।

घर की छत में मनाती हैं छठ

छठ मैया की पूजा के लिए जहां लोग घाटों में जगह घेरते हैं। वहीं 69 वर्षीय आरती लाल अपने घर की छत पर छठ पर्व मनाती हैं। आरती ने बताया कि एक बार पिता जब मां के साथ पूजा के लिए घाट पर गए तो अचानक गिर पड़े और लोगों ने उन्हें हटाने की जगह उनके ऊपर पैर रख आगे बढ़ने लगे। तब से उन्होंने घाट पर न जाने का प्रण ले लिया। यही वजह है कि शादी के बाद से जबसे उन्होंने छठ व्रत रखा, हमेशा अपनी छत पर परात रखकर उसमें ही भाव के साथ खड़ी हुई। कहा कि मेरे मन को घर में पूजा करने में ही शांति मिलती है। घाटों की भीड़ में कोई भी दुर्घटना हो सकती है। ऐसे में वह घाट नहीं जाती हैं।

पाम सिटी में किया खरना

पाम सिटी सोसायटी की अध्यक्ष आरती लाल के बेटे विदेशों में सेटल हैं। ऐसे में वही पूरी परंपरा निभा रही हैं। सोमवार को आरती के साथ ही पति अशोक कुमार लाल, पड़ोसी सुरेंद्र अग्रवाल, इंद्र अग्रवाल, डा। सौरभ अगव्राल, शिल्पा, प्राची, राधा वंश के साथ मिलकर खरना मनाया। इस दौरान उन्होंने विशेष पूजा-अर्चना की। रोटी एवं खीर का प्रसाद साथ में ग्रहण किया।

- गृह सचिव आनंद व‌र्द्धन, प्रमुख सचिव ओम प्रकाश

Posted By: Inextlive