-फतेहगंज पश्चिमी की पिपरिया में हुई घटना, 4 बच्चे एडमिट

-फेरी वाला बेचने आया था आम, बेचने वाले को ढूंढ रही पुलिस

BAREILLY / MEERGANJ : आम खाने वाले सावधान हो जाएं, क्योंकि यह जानलेवा भी हो सकते हैं, क्योंकि इन्हें कैल्शियम कार्बाइड से पकाया जा रहा है। फतेहगंज पश्चिमी के पिपरिया छोटी में ऐसी ही घटना सामने आयी हैं। यहां आम खाने से 7 वर्ष की बच्ची की मौत हो गई है। उसकी तीन बहनों समेत 4 किशोरियां आम खाने से बीमार हो गई हैं, जिन्हें पास के राजश्री मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन का मानना है कि आम खाने के बाद फूड प्वाइजनिंग की वजह से ऐसा हुआ है। परिजनों ने बच्ची का अंतिम संस्कार भी कर दिया था, लेकिन देर रात पुलिस को जानकारी दी गई। पुलिस ने हॉस्पिटल में जाकर पूछताछ की है। पुलिस आम बेचने वाले की तलाश में भी जुट गई है।

 

दो घंटे बाद खराब हुई तबीयत

पिपरिया छोटी गांव में दोपहर डेढ़ बजे कुर्तरा गांव का तेजराम आम बेचने के लिए गांव में आया था। वह कबाड़ से भी आम बेच रहा था। गांव के ज्ञानसिंह के परिजनों ने पुरानी प्लास्टिक की कुर्सी बेचकर 1 किलो आम खरीदे। आम उसकी 7 वर्षीय बेटी अनुष्का, 16 वर्षीय स्वाति, 14 वर्षीय संगीता और 9 वर्षीय प्राची ने आम खाए। इसके अलावा चचेरी बहन काजल में भी आम खाया। दोपहर करीब साढ़े तीन बजे अनुष्का की अचानक तबीयत बिगड़ गई। परिजन उसे तुरंत हॉस्पिटल लेकर दौड़े लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। उसके बाद अन्य लड़कियों की भी तबियत खराब होना शुरू हो गई। जिसके बाद सभी को मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया है। 5 डॉक्टर्स की टीम की देखरेख में बच्चियों का इलाज चल रहा है।

परिजनों ने कर दिया अंतिम संस्कार

अनुष्का की मौत के बाद परिजन कुछ समझ ही नहीं सके। उन्हें लगा कि बीमारी से मौत हो गई होगी, जिसके चलते उन्होंने बच्ची को दफना भी दिया लेकिन बाद में जब अन्य बच्चियों की तबीयत खराब हुई तो लोगों ने पुलिस को सूचना देने के बारे में कहा। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। सूचना पर पुलिस हॉस्पिटल पहुंची और परिजनों से पूछताछ की। अब पुलिस बच्ची का पोस्टमार्टम कराने की तैयारी कर रही है।

परिवार में मचा कोहराम

बच्ची की मौत के बाद से परिवार में कोहराम मच गया है। सभी आम बेचने वाले की तलाश कर रहे हैं कि उसने आखिर आम में क्या मिलाया था। गांव वाले भी इसको लेकर टेंशन में आ गए हैं। आसपास के एरिया में भी इसकी चर्चा बढ़ गई है, क्योंकि सभी लोग आम खाते हैं।

कार्बाइड से पकता है आम

कच्चे आम को कैल्शियम कार्बाइड से पकाया जाता है। पकाने के दौरान यह आम पर लगा रह जाता है। कई बार आम धुलकर खाने के बावजूद भी इसका असर रह जाता है। हो सकता है कि आम पकाने में ज्यादा कार्बाइड का इस्तेमाल किया गया हो, जिसका असर शरीर पर पड़ा हो और फिर बच्ची की मौत हो गई। हालांकि मेडिकल रिपोर्ट के बाद ही इसका खुलासा हो सकेगा।

 

क्या बरतें सावधानी

-आम को अखबार में लपेटकर या भूसा में रखकर ही पकाएं

-कार्बाइड का बिल्कुल भी इस्तेमाल न करें

-आम खरीदने के बाद उसको अच्छे से जरूर धुल लें

-मार्केट से खरीदा आम धुलने के बाद छीलकर ही खाएं

-किसी भी तरह की शरीर में प्रॉब्लम होने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाएं


कैल्शियम कार्बाइड के साइड इफेक्ट

-पानी से रिएक्शन के बाद एसीटाइलन गैस बनाता है

-एसीटाइलन गैस से न्यूरोजिकल सिस्टम डिस्ट‌र्ब्ड होता है

-इससे सिर दर्द और नींद आती है

-मेंटल कंफ्यूजन के साथ मेमोरी लॉस भी हो सकता है

 

किसी पाउडर से ही आम पकाए गए होंगे। हो सकता है कि आम खाने के बाद घर में कोई ऐसी चीज खाई हो जिससे रिएक्शन हो गया हो। फूड प्वाइजनिंग की आशंका है। इलाज किया जा रहा है।

डॉ। अर्जुन, राजश्री मेडिकल कॉलेज

 

ज्यादातर आम कार्बाइड से ही पकाए जाते हैं। कार्बाइड के साइड इफेक्ट तो हैं लेकिन इससे डेथ के चांस कम हैं। हो सकता है कि गलती से आम पकाने के दौरान कोई दूसरा पदार्थ इस्तेमाल किया गया हो।

अजय मोहन, सीनियर फिजीशियन डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल

 

आम खाने के बाद एक बच्ची की मौत हो गई है। 4 बच्चियों का हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। आम बेचने वाले की तलाश की जा रही है।

शिवदीन वर्मा, एसएचओ फतेहगंज पश्चिमी

Posted By: Inextlive