कॉमिक्स किरदार सुपरमैन को उसके मौलिक रचयिता से खरीदने के एवज में दिए चेक को एक ऑनलाइन नीलामी में एक लाख 60 हजार डॉलर लगभग 83 लाख रुपये की सुपर कीमत में बेचा गया है.

अमरीका में क्लीवलैंड के जेरोम सीगेल और जो शस्टर ने डिटेक्टिव कॉमिक्स को 130 डॉलर (लगभग साढ़े छह हजार रुपये) में सुपरमैन के किरदार को बेच दिया था। डिटेक्टिव कॉमिक्स को बाद में डीसी कॉमिक्स के नाम से जाना गया।

जब सुपरमैन दुनिया भर में मनोरंजन उद्योग का बड़ा सितारा बन गया तो जेरोम सीगेल और जो शस्टर ने उसे वापस हासिल करने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया। ऑनलाइन नीलामी करने वाली वेबसाइट कॉमिककनेक्ट ने चेक को खरीदने वाले व्यक्ति का नाम जाहिर नहीं किया है।

सुपरहिट सुपरमैनकॉमिककनेक्ट के सह-संस्थापक विंसेंट जुरजोलो ने रॉयटर्स को बताया, "सुपरमैन के साथ ही सुपरहीरो की अवधारणा का जन्म हुआ." उनका कहना है, "130 डॉलर के इस चेक ने एक अरब डॉलर का उद्योग तैयार किया." जुरजोलो के अनुसार मैन ऑफ स्टील यानी सुपरमैन के बाद ही बैटमैन, स्पाइडरमैन और एक्स-मैन जैसे किरदार अस्तित्व में आए।

कॉमिककनेक्ट के मुताबिक जब 1978 में सुपरमैन की पहली फिल्म रिलीज हुई तो शस्टर इतनी गरीबी में थे कि वे सामान पहुंचाने वाली एक कंपनी में नौकरी कर रहे थे।

इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर कामयाबी के झंडे गाड़ दिए। इसके बाद सुपरमैन की चार और फिल्में आईं और सुपरगर्ल को भी दुनिया ने देखा। सुपरमैन की नई फिल्म अगले साल जून में रिलीज होनी है।

जारी है कानूनी लड़ाईहालांकि 130 डॉलर की रकम आज के हिसाब से 2,300 डॉलर (लगभग एक लाख 18 हजार रुपये) होती है जो सुपरमैन के किरदार से होने वाली कमाई एक बहुत ही छोटा सा हिस्सा है।

जेरोम सीगेल और जो शस्टर के वारिस सुपरमैन को वापस हासिल करने के लिए अब भी डीसी कॉमिक्स के खिलाफ मुकदमा लड़ रहे हैं। कॉमिककनेक्ट का कहना है कि इस चेक को 1970 के दशक में मुकदमे के दौरान इस्तेमाल किया गया।

मुकदमा जीतने के बाद डीसी कॉमिक्स ने अपने एक कर्मचारी से सभी अदालती दस्तावेज फेंक देने को कहा लेकिन उस कर्मचारी ने चेक की अहमियत को समझते हुए अपने पास रख लिया।

Posted By: Inextlive