नहाए खाए के साथ चार नवंबर से शुरू होगा छठ महापर्व

पांच को खरना पर खीर रोटी खाकर शुरू होगा 36 घंटे का निर्जला व्रत

ALLAHABAD: पुत्र की कामना व परम सौभाग्य की प्राप्ति का महापर्व छठ चार नवम्बर से शुरु हो हो रहा है। सुहागिन परिवार की उन्नति की कामना को लेकर 36 घंटे का कठिन निर्जला व्रत रखेंगी। यही वजह है कि छठ की खुशियां घरों में दिखाई देने लगी हैं।

बिहार और पूर्वाचल के इस महापर्व की खुमारी इलाहाबाद में भी सिर चढ़कर बोलती है। कारण की यहां लाखों की संख्या में बिहार और पूर्वाचल के लोग रहते हैं। उनके घरों में पर्व की तैयारियां बुधवार को जोरशोर से शुरू हो गई।

चार को होगा नहाए खाए

चार नवंबर दिन शुक्रवार से नहाए खाए के साथ छठ पर्व की शुरूआत होगी। इस दिन सुबह महिलाएं स्नान करने के बाद पूजा आदि करेंगी। इसके बाद छठ में यूज होने वाले अनाज की सफाई की जाएगी। इसी दिन गेंहू को बीन कर साफ करने के बाद उसे धुला जाएगा। धुल कर सुखाने के बाद उसे मिल में पीसने के लिए भेजा जाएगा। इस दिन महिलाएं दोनों समय केवल लौकी (कद्दू) की सब्जी और चावल का सेवन करेंगी। इस दिन वे केवल दो समय ही भोजन करेंगी। इसी दिन खरना के लिए भी चावल को बीन कर रखा जाएगा।

पांच को होगा खरना

इस दिन सुबह स्नान के बाद महिलाएं निर्जला व्रत रहेंगी। दोपहर के बाद वे गुड़, चावल और दूध से बने खीर के साथ रोटी का सेवन करेंगी। रोटी के सेवन के साथ ही उनका छत्तीस घंटों का निर्जला व्रत प्रारंभ हो जाएगा। इसी दिन रात में छठ का प्रसाद बनाने की तैयारी भी शुरू हो जाएगी। मिल से पीस कर आए आटे से ठेकुआ तैयार किया जाएगा जो छठ का मुख्य प्रसाद माना जाता है।

छह को डूबते और सात को उगते सूर्य को अ‌र्ध्य

छह नवंबर को व्रती महिलाएं डूबते सूर्य को अ‌र्ध्य देंगी। इसके घर के पुरुष सदस्य का पास होना आवश्यक है। वह पति या बेटा कोई भी हो सकता है। वही गाय के दूध से अ‌र्ध्य दिलाएगा। छह नवम्बर को संगम, रामघाट व बलुआघाट सहित अन्य घाटों पर डूबते सूर्य को अ‌र्घ्य देने के लिए महिलाएं परिजनों के साथ पहुंचेंगी।

साफ-सफाई का है विशेष महत्व

छठ पर्व में सबसे महत्वपूर्ण है साफ-सफाई। जिस कमरे में प्रसाद रखा जाता है या तैयार किया जाता है उसमें बिना नहाए प्रवेश वर्जित होता है। इसके साथ ही प्रसाद आम की लकड़ी से तैयार करने का विशेष महत्व है। हालांकि अब ज्यादातर घरों में गैस के चूल्हे का प्रयोग होने लगा है।

Posted By: Inextlive