कक्षा एक से आठवीं तक बच्चे भी अब पढ़ेंगे फिजिकल एजुकेशन और हेल्थ का सब्जेक्ट

बच्चों के शारीरिक विकास को बढ़ावा देने के लिए बोर्ड ने लिया फैसला, अप्रैल से होगा लागू

पिछले साल सीबीएसई ने 9 से 12वीं तक के बच्चों के लिए फिजिकल एजुकेशन को जरूरी कर दिया था

Meerut. डिजिटल युग में बच्चे ग्राउंड गेम्स और एक्टिविटिज से बेहद दूर हो गए हैं. बच्चों की फिजिकल ग्रोथ और हेल्थ की गाड़ी पटरी से उतरने लगी है. इसी गाड़ी को वापस पटरी पर लाने का बीड़ा अब सीबीएसई ने उठाया है. इसके तहत सीबीएसई ने कक्षा एक से आठवीं तक के सभी बच्चों के लिए फिजिकल एजुकेशन एंड हेल्थ अनिवार्य कर दिया है. यह विषय सभी एफिलिएटिड स्कूलों के लिए जरूरी होंगे. गौरतलब है कि पिछले साल सीबीएसई ने 9 से 12वीं तक के बच्चों के लिए फिजिकल एजुकेशन सब्जेक्ट जरूरी कर दिया था.

अप्रैल से होगा शुरू

सीबीएसई के मुताबिक आउटडोर एक्टिविटीज कम होने की वजह से बच्चे खुद को फिट नहीं रख पा रहे हैं. बाहर निकलकर खेलना-कूदना बच्चों के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है. बच्चों में फिट रहने की आदत का विकास छोटी उम्र से ही होना चाहिए. इसी तथ्य को ध्यान में रखते हुए सीबीएसई ने यह निर्णय लिया है. इस योजना के तहत अप्रैल से शुरु होने वाले सत्र में हेल्थ एंड फिजिकल एजुकेशन सब्जेक्ट को लागू किया जाएगा.

एक पीरियड होगा जरूरी

हेल्थ एंड फिजिकल एजुकेशन यानी एचपीई सब्जेक्ट शुरु करने के लिए सीबीएसई ने स्कूलों को निर्देश दिए हैं. इसके तहत बोर्ड ने स्कूलों को टाइम-टेबल बनाने के लिए भी कहा है. बोर्ड के निर्देशों के मुताबिक स्कूलों में हर दिन फिजिकल एक्टिविटी का एक पीरियड तय किया जाएगा. इसके अलावा एग्जाम में भी अलग से पेपर करवाया जाएगा.

स्कूली शिक्षा का असर बच्चों पर बहुत ज्यादा पड़ता है. छोटी क्लास में ही बच्चों को हेल्थ के प्रति जागरूक करने के लिए सीबीएसई का यह कदम बहुत सराहनीय है.

डॉ. गोपाल दीक्षित, प्रिंसिपल, बीडीएस इंटरनेशनल स्कूल

आज के दौर में बच्चे फिजिकल एक्टिविटी भूल गए हैं. ऐसे में सीबीएसई का यह कदम उनके लिए बहुत लाभदायक साबित होगा.

डॉ. अल्पना शर्मा, प्रिंसिपल, डीएवी स्कूल

Posted By: Lekhchand Singh