चीनी सेना ने एक बार फिर लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी सेक्टर के नजदीक चुमुर इलाके में घुसकर वास्तविक नियंत्रण रेखा का उल्लंघन किया है. चीनी सेना ने यहां पर भारतीय सेना द्वारा लगाए गए हाई रेजोल्यूशन कैमरों को भी तोड़ दिया और सेना द्वारा बनाए गए कुछ अस्थायी ढांचों को भी गिरा दिया.


इंटेलिजेंस और आईटीबीपी ने की पुष्टिखुफिया विभाग द्वारा भारत सरकार को सौंपी गई इस रिपोर्ट की पुष्टि आईटीबीपी ने भी की है. पिछले तीन माह में दूसरी बार चीनी सेना ने इस तरह का दुस्साहस किया है. इससे पहले अप्रैल-मई में भी चीनी सेना ने दौलत बेग ओल्डी सेक्टर में घुसकर अपने कैंप स्थापित कर दिए थे. इतना ही नहीं उन्होंने वहां पर जो बोर्ड लगाया था उस पर लिखा था कि वह चीनी का सरहदी इलाका है और आप चीन में हैं. गौरतलब है कि भारतीय रक्षा मंत्री इन दिनों चीन की आधिकारिक यात्रा पर गए हुए हैं. इस दौरान होने वाली बातचीत में यह मुद्दा उठना भी तय माना जा रहा है.घटना 17 जून की
खुफिया रिपोर्ट में जानकारी दी गई है कि यह घटना 17 जून की है, चीनी सैनिकों ने चुमुर में लगे कैमरों को तोड़ दिया. यह कैमरे सीमा की निगरानी के लिए भारतीय सेना ने मई में स्थापित किए थे. करीब तीन सप्ताह पहले हुई इस घटना में चीनी सैनिकों ने वहां के स्थानीय लोगों को हिंदी में वह जगह तुरंत खाली करने को कहा. इस रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय सीमा में घुसे चीनी सैनिक अच्छी तरह से हिंदी जानते थे. उन्होंने वहां रह रहे स्थानीय लोगों से कहा कि वह जमीन उनकी है लिहाजा वह वहां से चले जाएं.पहले अप्रैल-मई में घुसपैठगौरतलब है कि अप्रेल-मई में भी चीन की सेना ने दौलत बेग ओल्डी सेक्टर का रुख किया था. इस घटना से दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया था. लेकिन भारतीय दबाव के बाद आखिरकार चीनी सैनिक वहां से हट गए थे. हालांकि भारत को चीनी सरकार की यह बात जरूर माननी पड़ी थी कि इस इलाके में भारतीय सैनिकों की भी मौजूदगी नहीं होगी. लिहाजा यहां पर भारतीय सैनिकों को गश्त भी नहीं लगाई जाती है.फ्लैग मीटिंग में उठा था मुद्दा


चुमुर में हुई ताजा घटना के बाद तीन जुलाई को दोनों देशों की सेना के बीच हुई फ्लैग मीटिंग में भारतीय सेना के उच्च अधिकारियों द्वारा भी यह मुद्दा उठाया गया और बतौर सबूत टूटे हुए कैमरों को भी पेश किया गया. भारत सरकार को इस बाबत खुफिया रिपोर्ट उस वक्त मिली जब सरकार उत्तराखंड में आई भीषण आपदा से जूझ रही थी. चीन के साथ लगातार बढ़ रहे विवाद से भारत और चीन के बीच खटास बढ़ती जा रही है. इससे पूर्व पाक अधिकृत कश्मीर में चीन द्वारा बनाई जाने वाली दो सौ किमी लंबी सुरंग भी भारत के लिए चिंता का सबब बनी हुई है. वहीं चीनी सेना के मेजर जनरल ने भी कुछ दिन पहले अरुणाचल प्रदेश को अपना हिस्सा बताते हुए विवादों को हवा देने की कोशिश की थी.

Posted By: Satyendra Kumar Singh