चीन में कुछ दिनों पहले हंसकर कष्‍ट सहना सिखाने वाली क्‍लासेस बंद हो गई हैं. यह क्‍लासेस महिलाओं को बड़े से बड़े कष्‍ट को आसानी से सहने में माहिर बनाती थीं. चीन में यह क्‍लासेस चीनी संस्‍कृति सिखाने की आड़ में चलाई जा रहीं थीं. लेकिन हाल ही में इन क्‍लासेस को इंटरनेट पर हुए विरोध के बाद बंद करना पड़ा है.


चीन में महिलाएं सीखती हैं हंसकर कष्ट सहनाचीन में पारंपरिक चीनी संस्कृति सिखाने के उद्देश्य से महिलाओं के लिए एक खास तरह की क्लासेस चलाई जा रहीं थीं. इन क्लासेस में कोई खास विषय या अपने शत्रुओं को परास्त करने की तरकीब नही सिखाई जाती थी. बल्कि इन क्लासेस में महिलाओं को हंसकर कष्ट सहने के काबिल बनाया जाता था. महिलाओं को ट्रेनिंग दी जाती थी कि अगर आप पर हाथ उठाया जाता है तो आप पलट कर वार मत करिए. इसके साथ ही अगर आप पर कोई ऊंची आवाज में चिल्लाता है तो आप उस पर पलट कर चिल्लाइए मत. इन क्लासेस के जरिए छात्राओं को आज्ञाकारी पत्नी बनना सिखाया जाता था. इंटरनेट पर विरोध से बंद हुई क्लासेस


चीन में इन क्लासेस को इंटरनेट पर हो रहे विरोधों के चलते बंद कर दिया है. दरअसल इंटरनेट यूजर्स ने कहा कि इस तरह की क्लासेस से महिलाओं को शोषण बर्दाश्त करने के लिए तैयार किया जा रहा है. इसके साथ ही लोगों ने कहा कि यह शिक्षाएं मानवीय मूल्यों के खिलाफ हैं. गौरतलब है कि यह क्लासेस ग्वांगडोंग के दोंग्गुआन शहर में मेंगझेंग ट्रेडिशनल चाइनीज स्टडी स्कूल में पढ़ाई जा रही थीं. इन क्लासेस के खिलाफ शिकायत मिलने पर स्थानीय प्रशासन ने इस मामले की जांच की थी.

क्या पुरूषों के लिए भी ऐसी क्लासेसइंटरनेट पर इन क्लासेस के खिलाफ उबलते गुस्से में एक माइक्रो ब्लोगर ने बड़ी ही रोचक लेकिन संजीदा टिप्पणी की है. माइक्रो ब्लोगर ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि मैं जानना चाहता हुं कि क्या कोई पुरूष गुण कक्षा भी चलाई जाती हैं?

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Posted By: Prabha Punj Mishra