तीन हफ्ते से चल रहा भारत-चीन तनाव खत्‍म माना जा रहा है. रविवार देर शाम लद्दाख के दौलत बेग ओल्‍डी सेक्‍टर से चीन और भारत ने अपनी सेनाएं पीछे हटा ली हैं. दोनों देश आज इसकी घोषणा करेंगे. हालांकि यह स्‍पष्‍ट नहीं है कि चीन की सेनाएं कितना पीछे हटी हैं. इसके साथ ही 9 मई को प्रस्‍तावित भारत के विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद की चीना यात्रा का रास्‍ता साफ हो गया है.


एक साथ पीछे हटीं भारत और चीनी सेनाएंतीन हफ्ते पहले लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी (डीबीओ) सेक्टर में घुस आई चीन की सेना को लेकर जारी तनाव समाप्त हो गया है. दोनों देशों के बीच घंटों चली उच्च स्तरीय वार्ता के बाद रविवार की शाम इस बात पर सहमति बनी कि दोनों देशों की सेनाएं उस क्षेत्र में आमने-सामने गाड़े गए तंबुओं को हटा लेंगी और एक साथ पीछे हटेंगी. इसके बाद शाम साढ़े सात बजे दोनों देशों की सेनाओं के स्थानीय कमांडरों ने सैनिकों के साथ पीछे हटने से पहले एक दूसरे से हाथ भी मिलाए.चीन ने गाड़े थे पांच तंबू
चीन की सेना गत 15 अप्रैल को भारत की वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के 19 किलोमीटर अंदर तक घुस आई थी और पांच तंबू गाड़ दी थी. वहां करीब 50 सैनिकों के अलावा सेना के वाहन और कुत्ते भी थे. उल्लेखनीय है कि चीन इस घुसपैठ के बाद भारतीय सेना ने भी चीन के तंबुओं से करीब 300 मीटर दूर उसके सामने अपने तंबू गाड़ दिए थे. समझौता में तय यह हुआ कि दोनों देशों की सेनाएं पीछे हटेंगी. इससे पहलें दोनों देशों की सेनाओं के बीच शनिवार को चौथी फ्लैग मीटिंग भी नाकाम हो गई थी. चुशूल में शनिवार को हुई उस बैठक का नेतृत्व ब्रिगेडियर स्तर के अधिकारियों ने किया था. वह बैठक करीब 45 मिनट तक चली थी लेकिन कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकला था. केवल इस बात पर सहमति बनी थी बातचीत जारी रखी जाएगी.स्पष्ट नहीं कि चीन कितना पीछे हटाइसके साथ इस गतिरोध को समाप्त करने के लिए उच्च स्तर पर कूटनीतिक प्रयास भी जारी रहे. अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि क्या चीन की सेना पूरी तरह से वास्तविक नियंत्रण रेखा के पीछे चली जाएगी और 15 अप्रैल के पहले वाली स्थिति बहाल हो जाएगी या नहीं.

Posted By: Satyendra Kumar Singh