चिनूक सैन्य हेलिकॉप्टरों ने भारतीय वायुसेना की ताकत बढ़ा दी है। आइये इन हेलिकॉप्टरों की खासियत को जानते हैं।

नई दिल्ली (आईएएनएस)। भारतीय वायु सेना (आईएएफ) द्वारा मंगाए गए 15 चिनूक सैन्य हेलीकॉप्टरों में से चार रविवार को भारत आ गए। CH-47F (I) नाम के चिनूक हेलिकॉप्टर को गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर प्राप्त किया गया। अब इसे चंडीगढ़ में इसके होम बेस पर भेजा जाएगा। इस हेलिकॉप्टर को बनाने वाली अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी बोईंग (boeing chinook) ने इसके भारत आने की जानकरी दी। बता दें कि चिनूक हेलिकॉप्टर को कंपनी द्वारा समय से पहले ही डिलीवर कर दिया गया है। यह हेलिकॉप्टर भारतीय वायुसेना की ताकत को बढ़ा देगा।
ये है खासियत
यह चिनूक हेलिकॉप्टर 10 टन तक भार को कहीं भी ले जा सकता है। यह हेलिकॉप्टर भारतीय वायुसेना में मौजूद एमआई -26 हेलिकॉप्टर से भी ज्यादा ताकतवर है। बता दें कि एमआई -26 दुनिया का सबसे हैवी हेलिकॉप्टर है और यह रूस में बना है। चिनूक हेलिकॉप्टर में एक अनोखा ट्विन इंजन है और यह टांडेम रोटर डिजाइन पर आधारित है, जो इन दिनों अमेरिकी सशस्त्र बलों के सबसे अधिक पहचाने जाने वाले सिंबल में से एक बन गया है। इस सैन्य हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल सैनिकों, हथियारों, डिवाइस और ईंधन को ढोने में किया जाता है। इसके अलावा इसका उपयोग आपदा राहत अभियानों में भी किया जा सकता है। बता दें कि भारत ने अमेरिका के साथ 3 बिलियन डॉलर में 15 चिनूक और 22 एएच -64 ई अपाचे सैन्य हेलिकॉप्टरों की खरीद के लिए सितंबर 2015 में सौदा किया था।

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Posted By: Mukul Kumar