RANCHI: मिशनरीज ऑफ चैरिटी के रांची स्थित निर्मल हृदय होम से बच्चा बिक्री मामले में ब्योरा लेने सीआईडी दारोगा सोमवार को सीडब्ल्यूसी पहुंचे। अध्यक्ष रूपा कुमारी और वहां के मेंबर से पूरे मामले की जानकारी ली। रांची में ऐसी कितने संस्था सक्रिय हैं, कौन इसके संचालनकर्ता हैं। बताया गया कि रांची में 18 शेल्टर होम हैं, जिनका बायोडाटा बाल कल्याण समिति के पास है।

बरामद बच्चे से मिली गोद लेने वाली मां

रविवार को मोरहाबादी से बरामद बच्चे को देखने गोद लेने वाली उसकी मां दीपझरी देवी बाल कल्याण समिति पहुंची। समिति की अनुमति पर दीपझरी देवी ने बच्चे को दुलार किया। उसे बिस्किट खिलाने लगी। दीपझरी देवी ने बताया कि वह कई सालों से नि:संतान थी और उसे बच्चे की तलाश थी, इसलिए उसे गोद ले लिया।

निर्मल हृदय को सौंपी 12 विक्टिम की लिस्ट

निर्मल हृदय से रेस्क्यू की गई नाबालिग पीडि़ताओं की सूची मिशनरीज ऑफ चैरिटी निर्मल ह़दय की सिस्टर को सौेंप दी गई है। उसकी एक कॉपी रांची पुलिस को भी भेजी गई है। बदले में सिस्टर से कॉपी पर हस्ताक्षर कराया गया है।

क्या है मामला

जेल भेजने से पूर्व पुलिस पूछताछ में ईस्ट जेल रोड मिशनरीज ऑफ चैरिटी की सिस्टर कोनसिलिया ने स्वीकार किया था कि उसने दो बच्चों को 50-50 हजार रुपए में और एक को 1.20 लाख रुपए में बेचा था। वहीं, एक बच्चा सिमडेगा की एक दंपती को बिना पैसे लिए ही दे दिया था। पुलिस को कोनसिलिया और जेल भेजी गई दूसरी सिस्टर अनिमा इंदवार के पास से 1.49 लाख रुपए भी मिले थे, जो बच्चों की बिक्री से मिले थे।

सदर अस्पताल की मधु को मिले थे 10 हजार

सदर अस्पताल में तैनात मधु देवी ही मीडिएटर की भूमिका में थी। उससे भी पुलिस ने पूछताछ की है। उसने बताया है कि बच्चा बेचने के एवज में उसे दस हजार रुपए मिले थे।

60 दिन मां का इंतजार करती है सीडब्ल्यूसी

सीडब्ल्यूसी के सामने कोई भी मां अगर अपने बच्चे को सरेंडर करके चली जाती है, तो उसका 60 दिनों तक इंतजार किया जाता है। अध्यक्ष रूपा कुमारी ने बताया कि इसके पीछे कारण यह है कि अगर मां की ममता जाग जाए और उसे वापस पाना चाहे, तो इस अवधि में आ सकती है। इसके बाद बच्चा लीगली फ्री हो जाता है। इसके बाद इसका रजिस्ट्रेशन कारा में कर दिया जाता है। उन्होंने बताया कि 99 परसेंट केस में नाबालिग लड़की डिलीवरी के बाद अपने बच्चे को ले जाना नहीं चाहती। 10 साल तक की उम्र के बच्चों को संस्थाओं में भेजा जाता है। बताया गया कि बरामद बच्चों का मेडिकल कराया जाएगा फिर उन्हें आश्रम में भेजा जाएगा।

Posted By: Inextlive