RANCHI : राहे ओपी हाजत में पुलिस की पिटाई से नाबालिग रूपेश उर्फ मुकेश उर्फ छोटू स्वांसी (17) की हुई मौत मामले की जांच के लिए बुधवार को सीआईडी की टीम बुंडू जाकर उसके परिजनों से मामले की जानकारी ली। रूपेश के पिता भूषण स्वांसी ने सीआईडी के अधिकारियों को कहा कि पुलिस ने जानबूझकर उनके बेटे को पीट-पीटकर मार डाला। उन्होंने दोषी पुलिस अधिकारियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की।

पुलिस है दोषी

सीआईडी के समक्ष रूपेश के परिजनों का आक्रोश साफ दिखा। उन्होंने बताया कि पुलिस ने जानबूझकर उसे मार डाला है। नक्सली होने व आ‌र्म्स एक्ट का आरोप लगाकर पुलिस ने उसकी बर्बरता से पिटाई की, जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मामले की तहकीकात करने की भी कोशिश नहीं की। इतना ही नहीं, उसके हिरासत में लिए जाने की भी जानकारी परिजनों को नहीं दी गई।

नक्सली बताकर ले गए थे थाना

7 जुलाई को पुलिस ने नक्सलियों से संबंध होने के संदेह में रूपेश को हिरासत में लिया गया और इतनी पिटाई की कि उसकी मौत हो गई। परिजनों के मुताबिक, रूपेश उर्फ छोटू स्वामी को गुरुवार की शाम पुलिस ने उस समय हिरासत में लिया, जब वह दुकान जा रहा था। रूपेश एक दुकान में काम करता था। परिजनों ने कहा कि रूपेश को नक्सली छापेमारों से संबंध होने के संदेह में पकड़ा गया और पुलिस थाना में उसकी बेरहमी से पिटाई की गई। इसके बाद पुलिसकर्मी उसे रिम्स में छोड़ गए, जहां उसकी मौत हो गईा थी।

Posted By: Inextlive