-चंदौली पुलिस के डेढ़ साल बाद हाथ लगे अन्तरजनपदीय गिरोह के छह बदमाश, नीली बत्ती कार लगाकर करते थे लूट

-बदमाशों के पास से लूटे गये एक लाख रुपये कैश, नीली बत्ती लगी दो लग्जरी कार, एक पिस्टल भी हुआ बरामद

VARANASI

यदि रोजाना पुलिस की चेकिंग होने लगे तो अपराधियों का सफाया होने के साथ-साथ अपराध का ग्राफ भी घट जाएं। लेकिन चेकिंग नहीं होने का नतीजा यह है कि शहर में आए दिन चोरी, छिनैती, लूट, हत्या जैसे जघन्य अपराध ताबड़तोड़ होते जा रहे हैं। अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गये है कि खुद को पुलिस बताकर अपने कार्यो को अंजाम दे रहे हैं। इसके लिए बाकायदा पुलिस का लोगो, साइन, एसटीएफ का आईकार्ड से लेकर नीली बत्ती कार तक का इस्तेमाल कर रहे हैं। एक ऐसे ही अंतरजनपदीय गिरोह के छह सदस्यों को चंदौली पुलिस ने हल्की मुठभेड़ के बाद शनिवार की रात गिरफ्तार किया है। उनके पास से लूटे गये एक लाख रुपये कैश, नीली बत्ती लगी दो लक्जरी कार, एक पिस्टल, चार तमंचे सहित छह जिंदा कारतूस भी बरामद हुये है।

डेढ़ साल से कर रहे थे क्राइम

कहते हैं कि सौ दिन का चोर एक दिन पकड़ा ही जाता है। इस गैंग के लिए यह लाइन बिल्कुल सटीक बैठ रही है। पकड़े गये बदमाश डेढ़ साल से चंदौली सहित आसपास के जिलों में फर्जी आरटीओ, एसटीएफ बनकर व्यापारियों सहित ट्रक ड्राइवर्स को लूटते थे। नीली बत्ती की हनक होने के कारण आरटीओ व ट्रैफिक पुलिस ने कभी भी इन गाडि़यों को रोकने की हिमाकत तक नहीं की।

हर लूट की घटना में दिखी नीली बत्ती

अभी एक सप्ताह के अंदर ही बबुरी एरिया में एक व्यापारी से हुए डेढ़ लाख रुपये की लूट में यही नीली बत्ती लगी कार शामिल थी। इसके बाद अलीनगर में नीली बत्ती कार से लूट की घटना, मुगलसराय रेलवे स्टेशन एरिया, नियमताबाद, कैली में रिवाल्वर सटाकर मोबाइल लूट व तीस हजार कैश, दिसंबर माह में सैयदराजा के अन्नपूर्णा ट्रेडर्स में लूट का प्रयास सहित हाईवे पर कई ट्रक ड्राइवर्स से लूट की घटनाओं में यही नीली बत्ती कार शामिल थी।

पकड़े गये बदमाश

मनीष सिंह निवासी औराई, भदोही

सौरभ जायसवाल निवासी रेवड़ा, भदोही

भरत पासवान निवासी शहाबगंज, चंदौली

पवन कुमार निवासी मैढ़ी, सैयदराजा, चंदौली

असलम निवासी मझवार, चंदौली व मुगलसराय कसाब महाल निवासी कासिम शमिल है।

हरहुआ में पकड़े गये थे तीन फर्जी

सेना की गाड़ी लेकर फर्जी आर्मी बताकर एटीएम लूटने वाले तीन बदमाशों को ग्रामीणों की मदद से पुलिस ने दो माह पूर्व पकड़ा था। पकड़े गये तीनों बदमाशों ने कबूल किया था कि वह आर्मी का अधिकारी बनकर फ्रॉड करते थे।

Posted By: Inextlive