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-शहर से गांव तक बनेगा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर,

-सभी सब हेल्थ सेंटर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के रूप में होंगे अपग्रेड

बेहतर इलाज की तलाश में दर-दर भटकने वाले लोगों को राहत मिलने वाली है। इसके साथ ही हॉस्पिटल्स में रेफर किए जाने की परेशानी से भी मरीजों को निजात मिलने वाली है। इसके लिए जिले के पांच 50 से अधिक हेल्थ सब सेंटर्स को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के रूप में अपग्रेड किया जाएगा। व्यवस्था परिवर्तन के बाद यहां मरीजों के लिए जरूरी परामर्श, विभिन्न तरह की जांच व दवाएं भी उपलब्ध होंगी। जिससे मरीजों को भटकना न पड़े और उन्हें एक ही जगह पर सभी सुविधाएं मिल जाए। केंद्र सरकार की ओर से इस संबंध में निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरु होने वाले इस प्लान वाराणसी को भी चुना गया है।

50 सेंटर्स होंगे अपगे्रड

फिलहाल जिले में करीब 50 हेल्थ सब सेंटर हैं। जहां टीकाकरण और परिवार नियोजन की जानकारी दी जाती है। शासन की मंशा है कि इन सेंटर्स को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के रूप में डेवलप किया जाए, जिससे आम लोगों को बेहतर इलाज के लिए हॉस्पिटल्स में रेफर से बचाने के साथ वहां के बढ़ते लोड को कम किया जा सके। यही वजह है कि बनारस के सभी सब सेंटर्स को भविष्य में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में बदलने पर विचार किया गया है।

पहले चरण में 25 सेंटर

केंद्र सरकार ने इस योजना के प्रथम चरण में यूपी के दस शहरों को चुना है, जिनमें बनारस शामिल है। पहले 25 सेंटर को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के रूप में डेवलप किया जाएगा। इसकी सफलता के बाद सभी सेंटर डेवलप किए जाएंगे। पहले चरण में यूपी वाराणसी समेत इलाहाबाद, बरेली, बस्ती, फर्रुखाबाद, गोरखपुर, झांसी, मेरठ, मिर्जापुर, सीतापुर को भी शामिल किया गया है।

सेंटर्स पर ये होगी व्यवस्था

- टीएलसी, डीएलसी, पेरिफेरल स्मेयर

- ब्लड ग्रुपिंग

- हीमोग्लोबिन टेस्ट

- यूरिन द्वारा गर्भ की जांच

- अल्बोमिन व ग्लूकोज की जांच

- ब्लड ग्लूकोज

- डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, फाइलेरिया, कालाजार की जांच

- रैपिड सिफलिस

- टायफायड टेस्ट

- हेपेटाइटिस टेस्ट

- बलगम टेस्ट

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ये भी मिलेंगी स्वास्थ्य सेवाएं

- बाल व किशोरावस्था स्वास्थ्य देखभाल

- संचारी रोगों का प्रबंधन

- वाह्य रोगियों की साधारण बीमारियों का उपचार

- गर्भावस्था एवं शिशु जन्म देखभाल

- नवजात एवं शिशु स्वास्थ्य देखभाल

- परिवार नियोजन, गर्भनिरोधक व प्रजनन स्वास्थ्य देखभाल

- गैर संचारी रोगों की स्क्त्रीनिंग, रेफरल व फॉलोअप

एक नजर

10

प्रथम चरण में यूपी में चुने गए शहरों की संख्या

25

सेंटर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पहले चरण में होंगे डेवलप

1.30

लाख है प्रत्येक सेंटर का बजट

मरीजों को रेफरल से जूझने से बचाने के लिए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की शुरुआत होनी है। मरीज को इलाज व दवाएं उपलब्ध कराने का पूरा प्रयास रहेगा। इसके साथ ही इसमें हर तरह के टेस्ट की सुविधा भी होगी। मुख्यालय से आदेश आने के बाद इस पर काम शुरु होगा।

-डॉ। संतोष सिंह, डीपीएन-एनएचएम

Posted By: Inextlive