-रात में ट्रकों से आवागमन से बढ़ रहा एयर पॉल्यूशन लेवल

बनारस में एयर पॉल्यूशन का लेवल कई बार दिल्ली को भी मात देता है। शहर में उड़ती धूल और जलते कूड़े के साथ ही वाहनों से निकलने वाला जहरीला धुआं इसके लिए जिम्मेदार है। दिन में छोटे वाहन प्रदूषण फैलाते हैं। रात में शहर की सड़कों को रौंदने वाले ट्रक शहर की हवा में जहर घोलते हैं। एयर पॉल्यूशन लेवल नापने वाली संस्था ने शहरी आबोहवा को जहरीली करार दिया है। यूपी पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने जिला प्रशासन को लेटर भेजकर शिकायत भी दर्ज कराई है।

कैंट एरिया है सबसे अधिक प्रदूषित

वाहनों के शोर-शराबे और धुएं सहित खोदाई से उड़ने वाली धूल से ध्वनि व वायु प्रदूषण का लेवल बढ़ा है। जब से सिटी के अंदर से ट्रकों का आवागमन शुरू हुआ है तब से स्थिति गंभीर हो गई है। मंगलवार को संस्था ने विभिन्न इलाकों की हवा की जांच की। इसमें कैंट एरिया सबसे ज्यादा प्रदूषित रहा। एयर क्वालिटी इंडेक्स में लगातार पाल्यूशन का लेवल बढ़ता ही जा रहा है।

पीएम 2.5 का 218 और पीएम 10 का 368 दर्ज किया गया कैंट एरिया में।

पीएम 2.5 का स्तर 192 और पीएम 10 का लेवल 318 दर्ज किया गया महमूरगंज में

पीएम 2.5 का 211 और पीएम 10 का 317 दर्ज हुआ अर्दली बाजार एरिया में

-पार्टिकुलेट मैटर 0 से 50 एयर क्वालिटी इंडेक्स को समान्य माना गया है।

-51-100 तक मीडियम,

101-200 तक खराब

-200 से अधिक बेहद खराब

हॉस्पिटल में बढ़े मरीज

ठंड बढ़ने के साथ ही पाल्यूशन ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। अशुद्ध वायु में सांस लेकर अनेक प्रकार की बीमारियों के लोग शिकार हो रहे हैं। जैसे आंख-नाक व गले का इन्फेक्शन, दिल का रोग, फेफड़े का कैंसर, श्वांस संबंधी बीमारियां, अस्थमा, टीबी, हार्ट अटैक आदि है।

कुछ दिन पहले ही एक कैंप में पब्लिक की हेल्थ चेकअप की गई तो उसमें सबसे अधिक बीमारियां एयर पॉल्यूशन को लेकर मिलीं। हवा जहरीली हो चुकी है, ठंड में यह और खतरनाक हो जाती है।

डॉ। एसके पाठक, चेस्ट स्पेशलिस्ट

मानक में 50 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर वाली मात्रा को शुद्ध कहा गया है लेकिन सिटी के महमूरगंज, कैंट व अर्दली बाजार में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स का लेवल 250 से ऊपर चल रहा है। पिछले सात दिनों में शहर की हवा एक भी दिन स्वच्छ नहीं थी।

धीरज कुमार दबगरवाल

सीनियर रिसर्चर

दी क्लाइमेट एजेंडा

Posted By: Inextlive