- आईआईटी बीएचयू के असिस्टेंट प्रोफेसर ने रिसर्च कर चुम्बकीय पदार्थ का किया इजात

- मैग्नेटिव मैटेरियल के प्रयोग से एसी और फ्रिज को करेंगे कूलिंग, कम होगी बिजली की खपत

VARANASI

रेफ्रिजरेटर और एयर कंडीशनर से अब पर्यावरण दूषित नहीं होगा। न ही आपके स्वास्थ्य खराब होगा। आईआईटी बीएचयू में एक रिसर्च किया गया, जिसमें रेफ्रिजरेटर और एयर कंडीशनर बिना गैस के ही कूलिंग कर सकेंगे। गैस की जगह इसमें मैग्नेटिव मैटेरियल यानी चुम्बकीय पदार्थ का उपयोग किया जाएगा।

पर्यावरण को भी फायदा

आधुनिकता की अंधी दौड़ में शहरी क्षेत्र में शायद ही कोई घर होगा, जिसमें फ्रिज का उपयोग नहीं हो रहा है। इसके साथ ही कार्यालय और घरों में एसी भी ठंडई देता है। लेकिन इसके घातक परिणाम भी हैं। इसी को ध्यान में रखकर आईआईटी बीएचयू के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ। संजय सिंह ने रिसर्च कर मैगिनेटो क्लेरीक इफ्केट के लिए चुम्बकीय पदार्थ का इजात किया है। इस नई तकनीकी से बिना गैस के रेफ्रिजरेटर और एयर कंडीशनर कूलिंग करेंगे। साथ ही पर्यावरण शुद्ध रहेगा और बिजली की खपत भी आधी हो जाएगी।

रिसर्च में छह साल लग गया

स्कूल ऑफ मैटेरियल साइंस एंड टेक्नोलॉजी, आईआईटी के सहायक प्रोफेसर डा। संजय सिंह ने बताया कि चुबंकीय पदार्थ को इजाज करने में करीब छह साल लग गया। काफी प्रयास के बाद उनकी टीम को सफलता मिली। इस नई तकनीक के इजात के लिए उन्हें 2018 में भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी की ओर से युवा वैज्ञानिक सम्मान भी प्रदान किया गया है।

बाजार में छा सकती है यह तकनीक

यही नहीं इस तकनीक का प्रयोग गाडि़ायों में भी आसानी से किया जा सकता है। इसका मुख्य लाभ यह है कि उन्हें कार्य करने के लिए जटिल और भारी यांत्रिक डिजाइन की आवश्यकता नहीं है। इस पदार्थ के तार या स्प्रिंग को न्यूनतम बाहरी बल के साथ विकृत किया जा सकता है और बल हटाने पर यह अपने मूल आकार में वापस आ जाएगा। साथ ही भविष्य में रेफ्रिजरेटर और ऑटोमोबाइल के प्रदर्शन को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।

Posted By: Inextlive