-आईआरसीटीसी ने कैटरिंग मैनेजमेंट सिस्टम मॉड्यूल नाम से तैयार किया नया सिस्टम

-सिस्टम के जरिए 15 मिनट में दूर होंगी रेल यात्रियों की शिकायतें

VARANASI

अब ट्रेन में सफर के दौरान ही यात्रियों की शिकायतों का समाधान हो जाएगा। मसलन ट्रेनों में अगर यात्री द्वारा खाने में गड़बड़ी या ज्यादा चार्ज लिए जाने की शिकायत की गई तो इन शिकायतों को मात्र 15 मिनट में ही दूर कर दिया जाएगा। इसके लिए आईआरसीटीसी ने कैटरिंग मैनेजमेंट सिस्टम मॉड्यूल (सीएमएसएम) तैयार किया है। इस सिस्टम के जरिए किसी भी स्टेशन व किसी भी ट्रेन में आईआरसीटीसी से संबंधित कोई भी शिकायत चंद सेकेंड में जिम्मेदार अफसरों तक पहुंच जाएगी।

पहली अप्रैल से लागू होगा सिस्टम

लखनऊ में शुक्रवार को एनआर, एनसीआर व एनईआर जोन के आईआरसीटीसी के अफसरों के साथ हुई बैठक में इस सिस्टम को लागू करने पर चर्चा की गई। पहली अप्रैल से यह सिस्टम पूरे देश में लागू हो जाएगा। आईआरसीटीसी के एडवाइजर सुनील कुमार ने बताया कि अब तक लोग हेल्पलाइन व ट्विटर के जरिए शिकायतें करते थे। अब इन नये सिस्टम के जरिए रेलयात्रियों की जैसे ही शिकायत आएगी, संबंधित रेलवे स्टेशन, डिवीजन व जोन को वह शिकायत फारवर्ड कर दी जाएगी। जिसके बाद मात्र 15 मिनट में शिकायत का समाधान होगा।

कंप्यूटर से जेनरेट होंगे लेटर

एडवाइजर सुनील कुमार ने बताया कि कैटरिंग मैनेजमेंट सिस्टम मॉड्यूल से एक फायदा यह भी होगा कि शिकायतों के निस्तारण के लिए अब किसी बाबू या पीए से लेटर लिखाने की जरूरत नहीं होगी। इसमें ऐसा प्रावधान किया गया है कि वह यात्री को उसकी शिकायत का जवाब भेजने के साथ ही जरूरत पड़ने पर ठेकेदार को भी जवाबदेही के लिए लेटर भेज देगा।

पब्लिक वर्जन

अगर ऐसा है तो बहुत अच्छी बात है। ट्रेनों में पैसा पूरा लिया जाता है, लेकिन खाना घटिया मिलता है। शिकायत करने पर पेंट्री कार वाले कहासुनी करने लगते हैं। उनकी संख्या ज्यादा रहती है, इसलिए यात्री को चुप होना पड़ता है।

संजय शर्मा, ट्रेन यात्री

ऑर्डर देने पर आईआरसीटीसी वाले संबंधित स्टेशन पर खाना देने के बाद पैसे लेकर चले जाते हैं, लेकिन खाने की क्वालिटी खराब होने पर शिकायत का मौका नहीं मिलता था, अब इस पहल से यह समस्या दूर हो जाएगी।

राजेंद्र पांडेय, ट्रेन यात्री

Posted By: Inextlive