Meerut: दीपावली पर घरों ऑफिस और दुकानों को लाइट्स से सजाना कोई नया ट्रेंड नहीं है. पहले इंडियन लाइट्स से सिटी को रोशन किया जाता था. अब उनकी जगह चाइनीज लाइट्स ने ले ली है. जी हां मौजूदा समय में इंडियन इलेक्ट्रिक लाइट्स खत्म सा हो गया है. लाइट्स के साथ-साथ लोगों के लिए इलेक्ट्रिक दिए और कैंडल भी मार्केट में मौजूद हैं.


इंडियन मार्केट खत्म!व्यापारियों की माने तो दीपावली पर डेकोरेटिव इंडियन लाइट्स की मार्केट पूरी तरह से खत्म हो चुकी है। डेकोरेटिव लाइट्स के टोटल का मात्र 10 परसेंट भी मार्केट भी नहीं रह गया है। पूरी मार्केट पर चाइनीज मार्केट का कैप्चर हो गया है। व्यापारियों की माने तो जीरो वॉट के कलर बल्ब की कीमत 10 रुपए से कम नहीं है। उसके बाद वायर, मैन पॉवर के बाद 30 बल्ब की एक लड़ी 400 रुपए तक बैठती है। साथ जिसे लोग बिल्कुल भी पसंद नहीं कर रहे हैं। 90 से 95 फीसदी तक व्यापार
वहीं सिटी में चाइनीज डेकोरेटिव लाइट्स का मार्केट 90 से 95 परसेंट से ऊपर पहुंच चुका है। जानकारों की माने तो  दीपावली पर हर कोई इन्हें ही प्रिफर कर रहा है। इस बार दीपावली के दौरान इन लाइट्स का मार्केट करीब दो करोड़ के करीब रहा। वैसे पिछले वर्ष की तुलना में काफी कम है। पिछले वर्ष इन लाइट्स का कारोबार 2.5-3 करोड़ के बीच में था। इसका रीजन बताते हुए लैंडमार्क शॉप के ऑनर अनिल लखानी बताते हैं कि इस बार पूरे देश में हर फील्ड का मार्केट काफी कमजोर रहा है। जिसका असर इस क्षेत्र में भी रहा। फिर भी जितनी उम्मीद की थी उससे बेहतर कारोबार रहा।


कम नहीं है वैरायटी
वहीं इंडियन लाइट्स के मुकाबले में चाइनीज लाइट्स में वैरायटी काफी ज्यादा हैं। वो भी काफी किफायती दामों में। मार्केट में मौजूदा समय में एलईडी लाइट्स की 70-300 रुपए से रेंज शुरू होती है। राइज की 20 रुपए से 600 रुपए तक की रेंज है। करटेन लाइट्स 200 रुपए से 250 रुपए तक मार्केट में मौजूद हैं। बॉल लाइट्स की कीमत 100 रुपए से 300 रुपए तक मार्केट में मौजूद हैं। वहीं लेजर लाइट्स की कीमत 400 रुपए से 1200 रुपए में मौजूद हैं। दिए और कैंडल भी इलेक्ट्रिक 'जी हां, जब दीपावली पर रौशनी की बात की जाए और दिए और कैंडल की बात न हो तो दीपावली का सेलेब्रेशन अधूरा सा रह जाएगा। मार्केट में अब इलेक्ट्रिक दिए और कैंडल भी मौजूद हैं। मार्केट में दिए की कीमत 40 रुपए से शुरू है। वहीं फ्लोटिंग एलईडी कैंडल कीमत 100 रुपए हैं। ये कैंडल पूरी तरह वायरलेस है। जिसे पानी में डालते ही अपने आप ही जलने शुरू हो जाती है। 'इंडियन लाइट्स की मार्केट गिरने का मेन रीजन वैरायटी, रेंज और प्रॉपर कॉस्ट न होना है। जबकि चाइनीज में आपको ठीक कॉस्ट मिल जाती है और वैरायटी भी काफी ज्यादा है.'

- अनिल लखानी, ऑनर, लैंडमार्क फैक्ट्स एंड फिगर - इंडियन डेकोरेटिव लाइट्स का मार्केट 10 परसेंट से भी कम। - इंडियन डेकोरेटिव लाइट्स 30 बल्ब की लड़ी की कीमत 400 रुपए। - चाइनीज डेकोरेटिव लाइट्स का इस बार दीपावली पर कारोबार 2 करोड़।- पिछले वर्ष चाइनीज डेकोरेटिव लाइट्स का दीपावली पर कारोबार 2.5-3 करोड़।- सिटी में चाइनीज डेकोरेटिव लाइट्स पहुंचा 90 से 95 फीसदी।बिजली कम खर्च होने का दावा चाइनीज डेकोरेटिव लाइट्स बेचने के कारोबारी इस बात का भी दावा कर रहे हैं कि ये आम लाइट्स के मुकाबले ये कम बिजली खर्च होंगी। इन लाइट्स की वायर कॉपर की होने का दावा करते हैं। जबकि जानकारों की माने तो लागत कम करने की वजह से इसकी वायर लोहे की आ रही है। जिससे बिजली खर्च भी बढ़ रहा है। एक घंटे में 20 से 40 वॉट बिजली ये चाइनीज लाइट्स खर्च कर रही हैं। जो काफी ज्यादा है।

Posted By: Inextlive