- वर्ष 2012 में सड़क पर चस्पा ट्रैफिक का सामान विलुप्त

FATEHPUR: प्रशासनिक अफसर व नगर पालिका परिषद की शिथिलता के चलते पिछले तीन वर्षो से पार्किंग स्थल की जगह नहीं मुहैया हो सकी है। जिससे सड़क के बीच में आड़े तिरछे खड़े डग्गामार वाहनों से प्रतिदिन घंटों जाम की स्थिति बनी रहती हैं। अलबत्ता प्रशासनिक फाइलों में जरूर पार्किंग स्थल की जगह चिन्हित कर ली गई है, लेकिन वह धरातल पर वर्ष ख्0क्ब् में भी नहीं उतर सकी।

जिले की ख्7 लाख आबादी के बीच विभिन्न प्रकार के वाहनों की संख्या करीब ढाई लाख है। यातायात को संभालने के लिए सिर्फ दस यातायात सिपाही व दस होमगार्ड जवान हैं। जिसमें ट्रैफिक सिपाही वाहनों के चालान में मशगूल रहते हैं, जबकि होमगार्डो को शहर क्षेत्र के प्रत्येक चौराहों पर डयूटी पर लगाया गया है। भारी वाहनों में बस, ट्रक, टेंपो, मैजिक, पिकअप, बोलेरो, कार, मार्शल, ट्रैक्टर समेत डेढ़ लाख के करीब हैं और एक लाख के करीब बाइक भी हैं। जिनके चालक यातायात नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं।

प्रशासनिक बेरुखी के चलते वाहनों को खड़ा करने के लिए न तो स्टैंड हैं और न ही पार्किंग स्थल की जगह ही मुहैया कराई जा सकी है। भले ही इसकी कार्रवाई फाइलों में दौड़ रही हो लेकिन हालात यह हैं कि शहर क्षेत्र के चौक बाजार, शादीपुर, ज्वालागंज, शांतीनगर, आईटीआई रोड, राधानगर, देवीगंज, बाकरगंज, जिला चिकित्सालय के सामने आदि जगहों पर जाम की स्थिति हर वक्त बनी रहती है। नगरपालिका परिषद चेयरमैन चंद्रप्रकाश लोधी कहते हैं कि पार्किंग स्थल के लिए शीघ्र ही बोर्ड की बैठक में जगह निर्धारित की जाएगी ताकि जाम की समस्या से निजात मिल सके।

आटोमेटिक सिग्नल है नहीं

- यातायात व्यवस्था सुदृढ़ बनाने को जिले में फिलहाल आटोमेटिक सिग्नल की व्यवस्था नहीं है और न ही ट्रैफिक जवान ही चौराहों पर खड़े मिलते हैं। होमगार्ड जवानों के निर्देशों को चालक कितना मानते हैं उसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।

लगाए जाएगी नई सामग्री

- उपनिरीक्षक सूर्यभान सिंह ने बताया कि शहरी क्षेत्र में कैट आई, सर्च लाइट, वीडियो कैमरा, सीसी कैमरे, दो हैंडीकैम रिकार्डिग, डिजीटल कैमरा, ध्वनि विस्तारक यंत्र, स्टीकर, प्लास्टिक के ट्राफिक कोन, मोबाइल बैरियर आदि शहरी क्षेत्र में लगाए जाएंगे।

भारी वाहनों के अवरोधक उखड़ गए

- यातायात विभाग ने शहर के पत्थरकटा से आबूनगर तक फिर वीआईपी रोड जाने वाले मार्ग पर भारी वाहन ट्रक आदि का प्रवेश प्रतिबंधित करने के लिए तीन-चार ड्रम कटाकर सड़क पर लगा दिए थे लेकिन वह कब उखड़ गए पता ही नहीं चला।

'ट्रैफिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए पार्किंग स्थल की जगह नगरपालिका नही मुहैया करा पा रहा है। पार्किग स्थल मुहैया होते ही वाहन खड़ा करने की दिक्कत खत्म हो जाएगी। यातायात निदेशालय से आए सामान को सड़क पर चस्पा करते ही काफी हद तक समस्या से निजात मिल जाएगी'।

अंजन कुमार सिंह, यातायात प्रभारी

* शहर की आबादी फ् लाख

* ट्रैफिक सिपाही सिर्फ क्0

* होमगार्ड जवान क्0

* पार्किंग की जगह नदारत

* संसाधन हैं शून्य

Posted By: Inextlive