Jamshedpur: फ्राइडे बहुत खास दिन है. सिटी के लिए और पूरे स्टेट के लिए. हम सेपरेट स्टेट बनने का 13वां साल पूरा कर रहे हैं. बात सिटी की करते हैं. बीते 13 सालों में हमें कई बदलाव नजर आए. कई ऐसे बदलाव जिन्होंने अपने प्राउड फील कराया.

स्टेट बनने के बाद मिले कई अच्छे सौगात

फ्राइडे बहुत खास दिन है। सिटी के लिए और पूरे स्टेट के लिए। हम सेपरेट स्टेट बनने का 13वां साल पूरा कर रहे हैं। बात सिटी की करते हैं। बीते 13 सालों में हमें कई बदलाव नजर आए। कई ऐसे बदलाव जिन्होंने अपने प्राउड फील कराया। सिटी की कई पर्सनेलिटीज ने अपने टेलेंट के दम पर कंट्री में सिटी का मान बढ़ाया। बात एजुकेशन की करें, स्पोट्र्स या फिर बॉलीवुड की। हर जगह हमने अपनी मजबूत प्रजेंस दर्ज कराई है। पिछले 13 सालों में कब, कैसे और किसने हमें फील गुड कराया आइए जानते हैं
मिली ह्toll bridge की सौगात
सिटी के नाम जुड़े अचिवमेंट्स में से एक है, आदित्यपुर स्थित खरकई नदी पर बना टोल ब्रिज। यह स्टेट का एक यूनिक प्रोजेक्ट है। जुस्को द्वारा आदित्यपुर टोल ब्रिज कंपनी लिमिटेड (एटीबीसीएल) के द्वारा पीपीपी मोड में इसे तैयार किया गया है। इसका इनॉग्र्रेशन 17 जुलाई 2011 को स्टेट के तत्कालीन चीफ मिनिस्टर अर्जुन मुंडा व टाटा स्टील के एमडी ने किया था। तब से लेकर अब तक इसे लेकर कई परेशानियां भी सामने आयीं। वैसे कुल मिलाकर सिटी के साथ ही स्टेट के लोगों के लिए भी यह एक बेहतरीन गिफ्ट है। इस ब्रिज के कारण आदित्यपुर व जमशेदपुर की दूरी काफी कम हो गई है।
इम्तियाज ने जमायी धाक
वैसे तो सिटी और बॉलीवुड का कनेक्शन पहले से रहा है और पिछले 13 सालों में सिटी के कई टेलेंटेड यूथ ने स्मॉल और सिल्वर स्क्रीन पर अपना जलवा दिखाया है पर रॉकस्टार, लव आजकल और जब वी मेट जैसी सुपरहिट फिल्में बनाकर सिटी के इम्तियाज अली ने बॉलीवुड के फ्रंट रो डायरेक्टर्स में अपना शामिल करा लिया और उन्होंने हमें प्राउड फील कराया। फिलहाल इम्तियाज रणदीप हुडा और आलिया भट्ट के साथ हाईवे नाम से मूवी बना रहे हैं।
इनसे भी बढ़ा मान
बालिका वधू बनकर कंट्री में हर घर तक अपनी पहुंच और अलग पहचान बनाने वाली
सिटी की प्रत्यूषा बनर्जी आज एक बड़ी सेलिब्रिटी के तौर सिटी का नाम रोशन
कर रही हैं। इसके अलावा भी कई सीरियल में प्रत्यूषा ने अपना टेलेंट दिखाया है। वे बिग बॉस के घर तक पहुंच चुकी हैं। प्रत्यूषा के अलावा जीटीवी के सीरियल पवित्र रिश्ता में ओवी देशमुख के रूप में सिटी की श्रुति कंवर सामने आईं। इनके अलावा राजदीप चैटर्जी और शिल्पा राव ने अपनी आवाज से लोगों को इंटरटेन किया।
दीपिका ने किया कमाल
छोटी उम्र में आम पर निशाना लगाती, हर स्टोन अपने साथ एक आम लेकर नीचे गिरता। इंट्रेस्ट और डेडिकेशन तो देखिए, 19 साल की उम्र आते-आते सिटी का नाम वल्र्ड में फेमस कर दिया। नेशनल गेम्स, वल्र्ड केडेट आर्चरी हो, कॉमनवेल्थ या फिर एशियन गेम्स से
लेकर वल्र्ड आर्चरी चैंपियनशिप, सभी में दीपिका कुमारी ने अपना दबदबा कायम किया है। रांची की रहने वाली दीपिका टाटा स्पोट्र्स में मैनेजर के पोस्ट पर है और टाटा आर्चरी एकेडमी से जुड़ी हैं। हर इंटरनेशनल चैंपियनशिप के पहले न सिर्फ दीपिका की कोच पूर्णिमा महतो और धमेंद्र तिवारी बल्कि सिटी, स्टेट और कंट्री को उनसे उम्मीदें रहती हैं। अब तो दीपिका से एक ही उम्मीद है, रीयो-डि-जेनेरियो में गोल्ड मेडल की।
सौरव और वरुण बने स्टार
सेपरेट स्टेट बनने के बाद के बदलाव और अचीवमेंट की बात हो तो हम सिटी के क्रिकेट स्टार सौरव तिवारी और वरुण एरॉन को कैसे भूल सकते हैं। एक लेफ्टी स्टाइलिश बल्लेबाज तो दूसरा पेस का महारथी। इन दोनों ही क्रिकेटर्स को इंडियन टीम में जगह मिली और उसके बाद आईपीएल में भी इन्होंने अपना जलवा बिखेरा। मुंबई इंडियंस, दिल्ली डेयरडेविल्स, रॉयल चैंलेजर बंगलौर और कोलकाता नाइटराइडर्स के साथ ये दोनों जुड़े रहे हैं। वरुण उन चुनिंदा क्रिकेटर्स में शामिल हैं जिन्हें कुछ ओडीआई खेलने के बाद ही टेस्ट कैप भी मिल गया हो।  
हुआ 34thNational Game
स्टेट के नाम एक बड़ा स्पोर्टस इवेंट भी जुड़ा है। यहां वर्ष 2011 में 12 से 26 फरवरी तक 34वें नेशनल गेम्स का ऑर्गेनाइज किया गया। स्टेट की तीन सिटी जमशेदपुर, रांची व धनबाद में यह ऑर्गेनाइज हुआ। सिटी स्थित जेआरडी टाटा स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स में भी इसके कई इवेंट्स आर्गेनाइज किए गए, जिसमें आर्चरी, बॉक्सिंग सहित कई इवेंट्स हुए। जमशेदपुरआइट्स को अरुणा मिश्रा जैसे बेहतर बॉक्सर के साथ ही उनकी फाइट का जलवा देखने को मिला।
दूर की health problem
लोगों की हेल्थ की प्राŽलम को देखते हुए डिस्ट्रिक्ट में बेहतर फैसिलिटी देने का प्रयास किया जा रहा है। इससे पहले कोल्हान के लोग एकमात्र हॉस्पिटल एमजीएम पर हीडिपेंड थे। किसी भी तरह के केस को यहीं भेजा जाता था। बाद में यहां से रिम्स रेफर किया जाता था। काफी प्रयास के बाद परसुडीह स्थित खासमहल में सदर हॉस्पिटल का कंस्ट्रक्शन कराया गया है। लगभग 4 करोड़ की लागत वाले सदर हॉस्पिटल का इनॉग्र्रेशन वर्ष 2012 में हुआ। ग्र्राउंड प्लस 1 फ्लोर वाले इस हॉस्पिटल में फिलहाल ओपीडी व डिलेवरी के साथ ही अन्य पेशेंट का ट्रीटमेंट तो होता है, लेकिन अभी पूरी फैसिलिटी अवेलेबल नहीं है। हालांकि इसके बन जाने के बाद से रूरल एरिया में रहने वाले लोगों की प्रॉŽलम काफी हद तक कम हो गई है।
DGP हो रहे रू-ब-रू
नए स्टेट में लॉ एंड आर्डर को बेहतर करने का प्रयास किया जा रहा है, हालांकि इसके पूरी तरह सुधार तो नहीं हुआ है, लेकिन इसके प्रयास किए जा रहे हैं। इस क्रम में 13 सितंबर 2013 को स्टेट पुलिस द्वारा लोगों की प्राŽलम को सुनने व उनके निराकरण के लिए एक नया इनिशियेटिव लिया गया है। इसके तहत ‘डीजी आपके द्वार’ प्रोग्र्राम की शुरूआत की गई है। इसके तहत लोग अपनी प्राŽलम वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सीधे डीजीपी से बता सकते हैैं। 13 सितंबर से स्टार्ट हुए इस प्रेग्र्राम के तहत लोगों की पासपोर्ट बनाने व उससे जुड़ी अन्य प्राŽलम की जानकारी डीजीपी ने ली और सीनियर ऑफिशियल्स को इस दिशा में कार्रवाई की भी निर्देश दिया।
KU अस्तित्व में आया
सेपरेट स्टेट बनने के बाद एजुकेशन के फिल्ड में इस एरिया के लिए सबसे बड़ा बदलाव 2009 में रांची यूनिवर्सिटी से कोल्हान यूनिवर्सिटी का सेपरेट होना था। कोल्हान रीजन के लिए इस यूनिवर्सिटी का बनना बहुत फायदेमंद साबित हुआ। लगभग 80 हजार स्टूडेंट्स इस यूनिवर्सिटी में इन्रॉल्ड हैं और कई वोकेशनल और जॉब ओरिएंटेड कोर्सेज स्टार्ट होने से स्टूडेंट्स को काफी फायदा हुआ है। केयू के ज्यादातर कॉलेजेज सिटी में ही स्थित है जिनमें नैक से ए ग्रेड हासिल करने वाला जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज भी शामिल है। इसी साल जुलाई में केयू का पहला कॉनवोकेशन भी ऑर्गेनाइज हुआ।
इस MOUका importance तो है
एनयूएसएसडी (नेशनल यूनिवर्सिटी स्टूडेंट स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम) के इंप्लीमेंटेशन के लिए टीआईएसएस (टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज) और कोल्हान यूनिवर्सिटी के चार कॉलेजेज सिटी स्थित ग्रेजुएट कॉलेज फॉर वीमेन, जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज, एलबीएसएम कॉलेज और को-ऑपरेटिव कॉलेज के बीच इसी साल अक्टूबर में एमओयू (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टेंडिंग) साइन किया गया। इसके तहत इन कॉलेजेज के एनएसएस से जुड़े स्टूडेंट्स को स्किल डेवलपमेंट की ट्रेनिंग दी जाएगी और इसके लिए एडऑन के रूप में वे कोर्स भी कर पाएंगे। इस एमओयू का इसलिए खास महत्व है क्योंकि यह कंट्री के सिर्फ 10 सेलेक्टेड यूनिवर्सिटी के साथ किया गया है।

अब city से भी उड़ान
सोनारी में टाटा स्टील का एयरपोर्ट है। वैसे तो यहां से कई जगहों के लिए फ्लाइट सर्विस समय-समय पर अवेलेबल होती रही हैैं, लेकिन पैसेंजर्स की कमी के कारण कई सर्विस बंद भी हो गई। एक बार फिर से लोगों की हेल्प के लिए स्पिरिट एयरलाइंस द्वारा जमशेदपुर से रांची, पटना, व कोलकाता के लिए फ्लाईट सर्विस स्टार्ट की गई है। एयरलाइन कंपनी द्वारा विभिन्न ऑफर्स के तहत किराया भी कम किया जा रहा है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका बेनिफिट ले सकें.प्रेमलता के हौसले ने मान बढ़ाया कहते हैं न, जुनून को हौसले का साथ मिल जाए तो कुछ भी हासिल करना इंपॉसिबल नहीं। 49 की उम्र में प्रेमलता अग्रवाल ने वह कर दिखाया जिससे न सिर्फ सिटी और पूरे स्टेट को बल्कि कंट्री को भी उनपर गर्व महसूस हुआ। वल्र्ड के 7 कॉन्टीनेंट के पीक्स तक पहुंचकर उन्होंने हिस्ट्री क्रिएट किया। वल्र्ड के 300 से भी कम लोग सेवन सम्मीट कंप्लीट कर पाए हैं। इनमें सिर्फ 51 वूमेन ही शामिल हैं। प्रेमलता अग्रवाल ऐसा करने वाली इंडिया की पहली और वल्र्ड की ओल्डेस्ट वूमेन बन गईं। सेवन समिट्स में एशिया का माउंट एवरेस्ट, दक्षिण अमेरिका का अकोनकागुआ, उत्तरी अमेरिका का मैक किनले, अफ्रीका का किलिमंजारो, यूरोप का एलब्रस, अंटार्कटिका का विनसन और ऑस्ट्रेलिया का कार्सटेंज पिरेमिड शामिल थे।

 

Report by : jamshedpur@inext.co.in

Posted By: Inextlive