घर-घर शुरू हुआ टीबी खोज अभियान
- 220 मोहल्लों और गांवों में जाएगी 203 टीमें, 2022 तक वाराणसी को क्षयरोग मुक्त करने का लक्ष्य
varanasi@inext.co.in VARANASI जनपद को 2022 तक टीबी रोग से मुक्त करने के लक्ष्य के साथ सोमवार से घर-घर टीबी सक्रिय रोगी खोज अभियान शुरू हो गया, जो 220 मोहल्लों और गांवों में जाकर टीबी मरीजों को चिन्हित करेगा. सीएमओ डॉ. वीबी सिंह ने कहा कि टीबी से शून्य मृत्यु के साथ 2022 तक वाराणसी जनपद को क्षयरोग मुक्त करना है.डीटीओ डा. राकेश कुमार सिंह ने बताया कि वाराणसी में 10 से 20 जून तक चलने वाले अभियान में डीएम की निगरानी में स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीबी के मरीजों को खोजने के लिए 220 स्थान (मोहल्ले एवं गांव) चिन्हित किये गये हैं, जिनमें विशेष कर मलिन बस्ती एवं उन स्थानों का चयन किया गया है, जहां पहले से एमडीआर रोगी अपना इलाज ले रहे हैं, जिससे उनके सम्पर्क में रहने वालों की स्क्रीनिंग कर क्षय रोग की पहचान की जा सके. अभियान को सफल बनाने के लिए 203 टीमों का गठन किया गया है. अभियान के दौरान 91 हजार घरों में जाकर 5.25 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी. वहीं जरूरत होने पर उनके बलगम की जांच माइक्रोस्कोपी एवं सीबी नाट मशीन द्वारा जांच की जाएगी. क्षय रोग पाये जाने पर उनका 48 घंटे के अंदर इलाज शुरू किया जाएगा. इस दौरान एसीएमओ डा. एके मौर्य, डा. बीबी सिंह, जिला स्वास्थ्य सूचना एवं शिक्षा अधिकारी राजेश शर्मा, जिला टीबी यूनिट से संजय चौधरी आदि थे.