- सफाई कर्मचारियों की बायोमीट्रिक हाजिरी के दावे हवा-हवाई

- काम पर आ रहे केवल 1400 से 1500 कर्मचारी, बाकी व्यवस्थाएं भी भगवान भरोसे

GORAKHPUR: अगस्त महीने की पहली तारीख से शहर की सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के नगर निगम के दावे की हवा निकल चुकी है। 13 कंपनियों के हाथ से 2 कंपनियों को शहर की सफाई व्यवस्था सौंपने के बाद से हालत और भी ज्यादा खराब हो गए हैं। व्यवस्था सही कराने के लिए दोनों कंपनियों ने जो भी दावे किए थे वह फेल हो गए हैं। डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन, सफाई कर्मचारियों को आई कार्ड व ड्रेस कोड जारी करना, बायोमीट्रिक अटेंडेंस जैसी सुविधाएं देने का वादा दोनों ने किया था। 50 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा सका है। वादे पूरा करना तो दूर कंपनियां अभी तक वार्डो की सफाई के लिए तय कर्मचारियों की तैनाती तक नहीं कर पा रही हैं।

गंदगी से नागरिकों में नाराजगी

सफाई व्यवस्था सुधारने का नगर निगम का दावा हकीकत में नहीं बदल सका है। खराब सफाई व्यवस्था के कारण पार्षद व नागरिक दोनों में नाराजगी है। सफाई कर्मचारियों के अभाव के कारण वार्डो में सफाई नहीं हो पा रही है। किसी वार्ड में 40 तो किसी में 50 फीसदी कर्मचारी ही काम पर आ रहे हैं। कर्मचारियों के अभाव में सफाई व्यवस्था पूरी तरह पटरी से उतर गई है। वार्डो में गंदगी फैले रहने से नाराज वार्डो के पार्षद काम कर रही फर्मो का टेंडर निरस्त करने की मांग कर रहे हैं।

लगातार प्रदर्शन कर रहे कर्मचारी

एक अगस्त से ही दोनों कंपनियां शहर की सफाई व्यवस्था संभाल रही हैं। अनुबंध के दौरान तय किया गया था कि कंपनियां नगर निगम को कर्मचारियों का डाटा उपलब्ध करवाएंगी व निगम सीधे उनके खाते में भुगतान करेगा। लेकिन कर्मचारियों को पेमेंट नहीं मिलने के कारण वह लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। सितंबर के शुरू होते ही सफाई कर्मचारी कई बार कार्य बहिष्कार कर प्रदर्शन कर चुके हैं। पिछले दस दिन से झरना टोला, जनप्रिय विहार, अलहदादपुर, तिवारीपुर, इलाहीबाग, गोरखनाथ, पुर्दिलपुर जैसे कई वार्डो के कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार के कारण सफाई नहीं हो पा रही थी।

वादे व दावे अभी तक वही

सफाई की जिम्मेदारी संभालने वाली कंपनियों ने व्यवस्था सुधारने के लिए कई दावे किए थे जिन्हें अभी तक लागू नहीं किया जा सका है। अव्यवस्था का आलम ये कि नगर निगम में सफाई कर्मचारियों की ठीक संख्या पता नहीं चल पा रही है। नई फर्मो ने दावा किया था कि वह शुरुआती दिनों से ही सफाई कर्मचारियों की हाजिरी बायोमीट्रिक तरीके से लेंगे लेकिन अभी तक इसका कहीं कोई पता नहीं है। इसके अलावा कर्मचारियों का बीमा, आईडी कार्ड, सफाई के उपकरण आदि का भी कोई इंतजाम नहीं हुआ है।

नगर निगम में सफाई कर्मचारी - 4059

स्थाई कर्मचारी - 793

सफाई में तैनात कर्मचारी - 520

कार्यालय में तैनात कर्मचारी - 273

आउट सोर्सिग कर्मचारी - 3276

गैंग बनाकर सफाई करने वाले - 680

वार्डो की सफाई में तैनात - 2596

Posted By: Inextlive