विशेषज्ञों ने कहा जीवन जीना है तो संरक्षित करें पर्यावरण

सीएमपी डिग्री कालेज के वनस्पति विभाग में हुआ सेमिनार

ALLAHABAD: पृथ्वी का तापमान लगातार बढ़ रहा है। अगर इसमें और बढ़ोत्तरी हुई तो पृथ्वी में जीवन जीने का ही संकट गहरा जाएगा। धरा पर जीवन बचाना है तो पर्यावरण को संरक्षित करना होगा। यह बात सीएमपी डिग्री कॉलेज के बॉटनी डिपार्टमेंट में चल रहे लेक्चर में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के पर्यावरण विज्ञान विभाग के डॉ। पीके झा कही। वे पेरिस समिट-कॉप 21 के सन्दर्भ में वैश्विक परिदृश्य में जलवायु परिवर्तन विषय पर बोल रहे थे। जिसका आयोजन ग्रीन यूथ बिग्रेड की ओर से किया गया था।

195 देशों ने तापमान घटाने का लिया संकल्प

डॉ। पीके झा ने कहा कि पर्यावरण में आकस्मिक परिवर्तन से पूरी दुनिया चिंतित है। यही रीजन है कि विश्व के 195 देशों ने पृथ्वी के बढ़ते तापमान को घटाने का दृढ निश्चय किया है। इसके लिए पेड़ लगाने, कार्बन के उत्सर्जन को कम करना, पॉलीथिन व पटाखा का प्रयोग न करने का डिसीजन हुआ है। पर्यावरणविद् डॉ। सुरनजीत प्रसाद ने पटाखे फोड़ने से मानव को होने वाले नुकसान के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि पटाखे से निकलने वाले अलग-अलग रंगों से बेरियम ट्रांससियम की मात्रा ज्यादा निकलती है। इसका धुआं श्वास और फेफडे़ की बीमारियों का बड़ा कारण बनता है।

अकांक्षा व आस्था अव्वल

इस दौरान चीफ गेस्ट के रूप में मौजूद प्रो। जीके श्रीवास्तव ने साइंस को मानवरक्षक शक्ति के रूप में प्रदर्शित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ। एसएन श्रीवास्तव ने की। संयोजक डॉ। मंजू श्रीवास्तव ने बताया कि छात्रों ने पावर प्वाइंट और पोस्टर काम्पिटीशन में बढ़चढ़ कर हिस्सेदारी की। पवार प्वाइंट प्रजेंटेशन में आकांक्षा पांडेय व पोस्टर प्रतियोगिता में आस्था अव्वल रहीं। संचालन डॉ। इंद्रेश पांडेय व आभार डॉ। सरिता श्रीवास्तव ने ज्ञापित किया। इस प्रोग्राम में करीब 275 स्टूडेंट्स ने पार्टिसिपेट किया।

Posted By: Inextlive