RANCHI : झारखंड यूरोलॉजिकल सोसायटी और यूरोलॉजिकल सोसायटी आफ इंडिया द्वारा आयोजित यूसीकॉन-क्भ् का भव्य समापन रविवार को हो गया। मेहमानों ने झारखंड से जुड़ी संस्कृति और परंपरा को भी करीब से देखा। झारखंड से जुड़ी यादों के साथ ही मेहमान फिर मिलने का वादा कर विदा हो गए। समापन समारोह की अध्यक्षता आइयूसी के प्रेसिडेंट डॉ दीपक केरपेकर ने की। उन्होंने कहा कि यूसीकॉन नॉलेज शेयरिंग करने के लिए एक बेहतर प्लेटफार्म है। इस कांफ्रेंस में काफी कुछ नया सीखने को मिला। इसके बाद डॉ। अरविंद अग्रवाल ने पूरे कार्यक्रम की रूप रेखा लोगों के सामने पेश की। डॉ। एमके सेनापति ने धन्यवाद ज्ञापन किया। समापन के दौरान देश-विदेश से आए डेलीगेटस ने भी अपने विचार प्रकट किए। यूके के डॉ। अमित चक्रवर्ती को लेट ऑनसेट हाइपोगोनाडिज्म इन मेन सब्जेक्ट के लिए सटिर्फिकेट दिया गया। इसके अलावा डॉ। वैभव सक्सेना, डॉ। मधु अग्रवाल, डॉ। रमया नागराजन, डॉ। प्रवीण जोशी ने पेपर प्रजेंट किए।

चिब्बर बने सोसायटी के अध्यक्ष

इंडियन यूरोलॉजिकल सोसायटी के नए अध्यक्ष मुंबई के डॉ। परसी चिब्बर बनाए

गए। डॉ। दीपक केरपेकर ने उन्हें मेडल देकर पद का सम्मान दिया। साथ ही यूसीकॉन ख्0क्म् हैदराबाद में आयोजित होने की घोषणा कर दी गई।

डॉक्टरों ने कहा

लाइव वर्कशॉप के बाद लेजर और इंडोस्कोपिक आपॅरेशन में पहले से अधिक स्पष्टता आएगी।

डॉ। अरसद जमाल

हर बार यूसीकॉन में ऐसे वर्कशॉप आयोजित नहीं होते है। इस वर्कशॉप से जनता भी जागरूक हुई। साथ ही दुनिया भर में झारखंड का नाम हुआ।

डॉ। एमके सेनापति, सेक्रेटरी, जेयूसी

इस कार्यक्रम के दौरान म्0 से अधिक सेशन हुए। एक ही बीमारी को ट्रीट करने के अलग-अलग तरीके बताए गए।

डॉ परमजीत सिंह, टीएमसीएच

किडनी से जुड़ी बीमारियों पर बहुत सारे सेशन हुए। हमने काफी कुछ

सीखा। अब हम पेशेंट्स का पहले से भी अच्छा इलाज कर सकेंगे।

डॉ अनूप साहू, ट्रेजरर, जेयूसी

Posted By: Inextlive