- सेक्रटेरिएट गेट के पास सिपाही बहाली के सवाल पर सड़क पर ही धरना

PATNA: सीएम को अधिवेशन भवन में एक प्रोग्राम में पहुंचना था। वे ओल्ड सेक्रेटेरिएट के गेट के पास पहुंच भी गए, पर सिपाही बहाली को लेकर अभ्यर्थियों ने रास्ता रोक लिया। फिर क्या सीएम के काफिले को रास्ता बदलना पड़ा। जिस रास्ते से सीएम सहित चीफ सेक्रेटरी और कई मिनिस्टर्स सेक्रेटेरिएट जाते हैं, उसी रास्ते पर बैठ गए यह अभ्यर्थी। दूसरी तरफ, घंटे भर के अंदर सेक्रेटेरिएट थाना इंचार्ज राजीव सिंह को सस्पेंड कर दिया गया।

रिटेन-फिजिकल पास, पर ज्वाइनिंग नहीं

प्रदर्शनकारियों में बड़ी संख्या में महिलाएं भी थीं। इन सबने बताया कि क्0 हजार सिपाहियों की बहाली होनी थी। इसके लिए ख्009 में विज्ञापन निकाला गया। इसके बाद एग्जाम हुआ और रिटेन में ये पास भी हुए। यही नहीं, फिजिकल में भी पास हुए। बावजूद इसके सरकार बहाल नहीं करा रही है। हाईकोर्ट ने भी इस बारे में आदेश दे रखा है।

बीच सड़क पर ही धरना दे दिया

सीएम ने जब प्रदर्शनकारियों से बात नहीं की और उससे पहले ही रास्ता मोड़ लिया, तो सचिवालय गेट के पास दर्जनों की संख्या में पहुंचे ये अभ्यर्थी बीच सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। लगभग आधे घंटे तक इन्हें पुलिस सहित बाकी अफसरों को समझाना पड़ा। सभी सीएम से मिलने की मांग कर रहे थे और हाईकोर्ट का सम्मान करो नारे लगा रहे थे।

गाज गिरी थाना इंचार्ज पर

सीएम को रास्ता बदलना पड़ा, इसका सबसे बड़ा असर पड़ा सेक्रेटेरिएट थाना इंचार्ज पर। उन्हें आनन-फानन में सस्पेंड कर दिया गया। घंटे भर में अंदर। पटना में हर दिन लोग जाम में फंसते हैं। एंबुलेंस कभी समय से हॉस्पीटल तक नहीं पहुंचता। कार्रवाई कितने पर होती है, यह हर कोई जानता है। सीएम को रास्ता बदलना पड़ा, तो थाना इंचार्ज नप गए। कई तरह के सवाल खड़े हो गए।

Posted By: Inextlive