मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने साफ कर दिया है कि बिहार में हम एनडीए के साथ पूरी मजबूती के साथ हैं और रहेंगे.

-सीएम के बगल में बैठे पीके, ममता मामले पर पीके पर नहीं हुई कोई चर्चा

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PATNA : केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल न होने के बाद जदयू के एनडीए के साथ बनने रहने पर कायम संशय के बीच मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने साफ कर दिया है कि बिहार में हम एनडीए के साथ पूरी मजबूती के साथ हैं और रहेंगे. विधानसभा का अगला चुनाव भी साथ लड़ेंगे. लेकिन, पार्टी के विस्तार के लिए दूसरे राज्यों में बिना किसी गठबंधन के स्वतंत्र ढंग से चुनाव लड़ेंगे. वे रविवार को जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित कर रहे थे. बैठक में झारखंड, अरुणाचल प्रदेश हरियाणा और जम्मू कश्मीर के प्रदेश जदयू अध्यक्षों को बोलने का मौका दिया गया. इन सबने बताया कि उनके राज्य में जदयू के लिए बेहतर संभावनाएं हैं.

बगल में बैठे रहे पीके

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लिए चुनाव की रणनीति बनाने जा रहे जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर के बारे में यह उम्मीद की जा रही थी कि इस मुददे पर वे कार्यकारिणी की बैठक में कुछ बोलेंगे. शनिवार को सदस्यता अभियान की शुरुआत पर आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी यही संकेत दिया था कि कार्यकारिणी की बैठक में पीके अपना पक्ष रखेंगे. लेकिन, बैठक में मुख्यमंत्री या अन्य वक्ताओं ने इसकी चर्चा नहीं की. पीके भी कुछ नहीं बोले. मुख्यमंत्री की दूसरी तरफ जदयू के प्रदेश अध्यक्ष बशिष्ठ नारायण सिंह और उनके बगल में संसदीय दल के नेता आरसीपी सिंह बैठे थे. बाद में संवाददाताओं के सवाल पर जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने कहा प्रशांत किशोर की कंपनी से जदयू का कोई रिश्ता नहीं है. हम चाहते हैं कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की हार हो.

Posted By: Manish Kumar