विधान परिषद में मंगलवार को सीएम नीतीश कुमार ने विपक्ष को नसीहत देते हुए कहा कि विपक्षी सदस्य एईएस एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम से बच्चों की मौत को लेकर सीएम और स्वास्थ्य मंत्री से इस्तीफा मांग कर रहे हैं.

-बच्चों की मौत को लेकर विपक्ष ने मंत्री से मांगा इस्तीफा

PATNA : विधान परिषद में मंगलवार को सीएम नीतीश कुमार ने विपक्ष को नसीहत देते हुए कहा कि विपक्षी सदस्य एईएस (एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम) से बच्चों की मौत को लेकर सीएम और स्वास्थ्य मंत्री से इस्तीफा मांग कर रहे हैं। लेकिन मैं समझता हूं कि इस्तीफे से समस्या का समाधान नहीं होगा, हो सकता है कि स्थिति और बिगड़ जाए। सीएम मानसून सत्र के तीसरे दिन विधान परिषद में एईएस से बच्चों की मौत पर विपक्ष के कार्यस्थगन प्रस्ताव पर बोल रहे थे। सीएम ने कहा कि सरकार अपनी जिम्मेदारी को लेकर पूरी तरह संवेदनशील है।

विपक्ष को जवाब, चुप नहीं बैठे हैं

विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हम चुप नहीं बैठे हैं। हमने कई बैठकें की हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने दौरा किया। जागरूकता पर काम किया जा रहा है। संयुक्त कमेटी बनाई जा रही है। 2015 में एम्स पटना में विस्तृत चर्चा की गई थी। तीन घंटे तक चली इस बैठक में मौत की वजहों पर विशेषज्ञों की अलग-अलग राय थी। किसी ने लीची को जिम्मेवार बताया तो किसी ने कुछ और कहा। अमेरिका भी भेजकर जांच कराई गई।

सर्वेक्षण रिपोर्ट होगी सार्वजनिक

मुख्यमंत्री ने कहा कि एईएस से इस बार बड़ी संख्या में बच्चों की मौत हुई है। समस्या को जड़ से मिटाने के लिए सरकार प्रभावित क्षेत्र में आर्थिक सर्वेक्षण करा रही है। हम पता लगा रहे हैं कि यह बीमारी होती क्यों है। वर्ष 2014 से ही रिसर्च जारी है। अभी तक नतीजे पर नहीं पहुंच पाए हैं। सबकी राय अलग-अलग है। मैंने अस्पतालों में मरीजों और उनके परिजनों से मुलाकात की। सबसे बात की। मैंने पाया कि ज्यादातर पीडि़त गरीब परिवारों से हैं और उनमें भी बच्चियों की संख्या अधिक है। ऐसे में सामाजिक-आर्थिक सर्वे जरूरी है।

Posted By: Inextlive