- जीएसवीएम मेडिकल कालेज में सुपरस्पेशिएलिटी ब्लॉक के शिलान्यास समारोह में पहुंचे थे सीएम

-डॉक्टर्स और मेडिकल स्टूडेंट्स से भरे ऑडिटोरियम में सीएम योगी ने 20 मिनट तक कही सख्त बातें, भाषण के बाद छाया सन्नाटा

KANPUR:

''आपको एक किस्सा सुनाता हूं। गोरखपुर में 12 साल पहले एक डॉक्टर का अपहरण हुआ। पूरे जिले में आंदोलन हुआ। मैं धरने पर बैठा जिसके बाद डॉक्टर को छुड़ाया जा सका। कुछ समय बाद एक और डॉक्टर का अपहरण हुआ मैं फिर धरने पर बैठा। इस बीच एक शख्स मेरे पास आया और बोला किसके लिए धरने पर बैठे हैं। ये प्राइवेट प्रैक्टिस करते हैं सरकार से सैलरी भी लेते हैं। मरीजों को लूटते हैं। ऐसे लोगों के लिए धरना क्यों दे रहे हैं। इस बात ने मुझे झकझोर दिया और मैं उठ गया। यह भाव पब्लिक का है। इसे समझने का प्रयास करिए। पैसा ऊपर नहीं ले जाएंगे। लोगों के लिए काम करिए.'

ये चंद लाइनें जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में आए सीएम योगी आदित्यनाथ के भाषण की हैं। वह आए तो सुपरस्पेशिएलिटी काम्प्लेक्स के शिलान्यास समारोह में थे, लेकिन जब उन्होंने अपना भाषण शुरू किया तो एक-एक करके खूब खरी खोटी सुनाई। साथ ही कई नसीहतें भी दे डालीं।

निशाने पर प्राइवेट प्रैक्टिस-

- हम सरकारी अस्पतालों में सारी सुविधाएं दे रहे हैं फिर भी जांचे बाहर से करा रहे हैं।

- मशीनों की एएमसी-सीएमसी क्यों नहीं कराते। कितनी गैर जिम्मेदाराना हरकत है। सरकारी अस्पताल में 6 महीने में मशीन खराब हो जाती है, प्राइवेट में 10 से 12 साल तक चलाते हैं।

- क्या सीमा पर तैनात जवानों की ही ड्यूटी है। अस्पताल हमारे लिए सबसे पवित्र स्थल होना चाहिए। हर नागरिक अपनी जिम्मेदारी सही तरीके से निभाए।

- ग्रामीण इलाकों में डॉक्टर्स तैनात होते हैं। एक महीने काम करते हैं और 2 महीने गायब रहते हैं, सीएमओ से सांठगांठ कर लेते हैं।

- सरकार खर्च कर रही है। लेकिन सेवाओं की बात होती है तो हम पीछे भागते हैं। हमने श्रावस्ती में टेलीमेडिसिन शुरू की। डॉक्टर्स भाग जाते थे, लेकिन टेलीमेडिसिन को एसजीपीजीआई से जोड़ा तो 4 डॉक्टर्स की टीम बेहतरीन काम कर रही है।

- मेडिकल स्टूडेंट्स तो अभी पढ़ रहे हैं। उनसे आग्रह है कि वह इसे पेशा न बनाएं। बड़े शहरो में पर्याप्त डॉक्टर्स हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी आबादी है। जिन्हें कम संसाधनों में भी डॉक्टर्स उपलब्ध कराए जा रहे हैं। वह खुद में सेवा भाव लाएं।

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56 लाख लोगों को मार्च से मेडिकल कवर

अपने शुरुआती भाषण के दौरान सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने भी मेडिकल कालेज के न्यूरो साइंस सेंटर को इंस्टीटयूट बनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि जीएसवीएम यूपी का गौरव है। यह सबसे पुराना मेडिकल कालेज है। उन्होंने यह भी कहा कि 8 मार्च को पीएम के प्रस्तावित कानपुर दौरे के दौरान सुरार गांव में आल इंडिया इंस्टीटयूट ऑफ हियरिंग एंड स्पीच का शिलान्यास कराने की भी तैयारी है।

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रिसर्च पर काम करें डॉक्टर्स

सांसद डॉ। मुरली मनोहर जोशी ने अपने संबोधन के दौरान डॉक्टर्स को रिसर्च पर फोकस करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि क्लाइमेट चेंज की वजह से बीमारियों में बदलाव हो रहा है। नए बैक्टीरिया नए रोग ला रहे हैं। इस पर अभी से ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमारा चिकित्सा शास्त्र में कितना योगदान है यह देखना चाहिए। यह सोचना होगा कि जो कुछ भी मेडिकल रिसर्च में हो रहा है, वह सिर्फ पश्चिम से नहीं आना चाहिए। सूरज पूरब से उगता है।

यह लोग प्रमुख रूप से रहे मौजूद-

डॉ। आरके वत्स, पीएमएसएसवाई के अपर सचिव, सुनील शर्मा ज्वाइंट सेक्रेट्री केंद्र सरकार, डीजीएमई डॉ। केके गुप्ता, महापौर प्रमिला पांडेय, विधायक नीलिमा कटियार, विधायक अभिजीत सिंह सांगा, सलिल विश्नोई, प्रिंसिपल डॉ। आरती लालचंदानी, डॉ। देवेंद्र लालचंदानी, डॉ। एसके मिश्रा, डॉ। मीरा अग्निहोत्री, डॉ। मधु लुंबा।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स को संबोधित करते हुए कहा कि यूपी में 6 करोड़ लोग आयुष्मान भारत योजना से फायदा उठा रहे हैं। एक मार्च से 56 लाख लोगों को इस योजना का फायदा मिलेगा। 1 मार्च से उन्हें गोल्डन कार्ड दिए जाएंगे।

मोबाइल मेडिकल यूनिट श्ाुरू होगी

सीएम ने घर पहुंच कर इलाज की सुविधा पहुंचाने के लिए जल्द ही नेशनल मोबाइल मेडिकल यूनिट शुरू करने की बात भी कही। इसमें एक वैन में एक डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ मौजूद रहेगा। जोकि कॉल आने पर पेशेंट के घर पहुंच कर इलाज मुहैया कराएगा। उन्होंने कहा कि पिछली राज्य सरकार केंद्र से 150 एएलएस एंबुलेंस नहीं ले रही थी। हमने हर जिले में 2-2 एएलएस एंबुलेंस दी। जिससे पिछले साल 75 हजार लोगों की जान बचाई जा सकी।

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बटन दबा सुपरस्पेशिएलिटी काम्प्लेक्स का शिलान्यास

मेडिकल कालेज आडिटोरियम में पीएमएसएसवाई के तहत 200 करोड़ की लागत से बन रहे सुपरस्पेशिएलिटी काम्प्लेक्स के शिलान्यास के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ केंद्रीय मंत्री डॉ। हर्षवर्धन, वरिष्ठ सांसद डॉ। मुरली मनोहर जोशी, यूपी सरकार के चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन, कैबिनेट मंत्री सतीश महाना, सांसद देवेंद्र सिंह भोले प्रमुख रूप से मौजूद रहे। योगी आदित्यनाथ ने बटन दबा कर काम्प्लेक्स का शिलान्यास किया।

सुपरस्पेशिएलिटी ब्लॉक की खासियतें-

- 240 बेडेड 6 स्टोरी बिल्डिंग

- 8 सुपरस्पेशिएलिटी डिपार्टमेंट (नेफ्रोलॉजी, गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी, यूरोलॉजी, गैस्ट्रिक सर्जरी, इंडोक्राइनोलॉजी, आर्थोपेडिक आर्थोप्लास्टी, पेन पैलिएटिव मैनेजमेंट, पीडियाट्रिक सर्जरी.)

- 8 माड्यूलर ओटी, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, सोलर प्लांट, आईसीयू

- 25 सीटें पीजी की बढ़ेंगी, सुपरस्पेशिएलिटी कोर्सेस भी शुरू हो सकेंगे।

- 12 महीने में पूरा होगा निर्माण, केंद्रीय एजेंसी हाईट्स कर रही निर्माण

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हॉस्टल्स की हालत सुधारें

मेडिकल कॉलेज के जर्जर हो चुके हॉस्टल्स की हालत सुधारने का मुद्दा सीएम योगी आदित्यनाथ के सामने दो बार उठा। पहले सांसद डॉ। मुरली मनोहर जोशी ने हालत सुधारने के लिए डीजीएमई और मेडिकल एजुकेशन मिनिस्टर से कहा। उसके बाद केंद्रीय मंत्री डॉ। हर्षवर्धन ने भी हॉस्टल्स को लेकर कहा कि मैं जब भी यहां आता हूं तो हॉस्टल में जरूर जाता हूं। यहां जर्जर कमरों में बच्चों को देखता हूं तो आंसू आ जाते हैं। यह हॉस्टल काफी पुराने हैं। उनकी जगह मल्टी स्टोरी, माडर्न हॉस्टल बनाएं।

न्यूरो साइंस को इंस्टीट्यूट बनाएं

Posted By: Inextlive