-श्रीकाशी विश्वनाथ व बाबा कालभैरव दरबार में मत्था टेकने के बाद सीएम ने कार्यकर्ताओं को मथा

-विजय संकल्प सभा में युवाओं की ताकत का कराया एहसास, बूथ पर मजबूती से जुटे रहने का दिया संदेश

Lalit.pandey@inext.co.in

हिंदू धर्म में मान्यता है कि कोई भी नया काम शुरू करने से पहले मंदिरों में ईश्वर का विधि विधान से पूजन अर्चन किया जाता है. यही काम भाजपा ने बनारस में विजय संकल्प सभा का आगाज करने से पूर्व किया. आचार संहिता लागू होने के बाद पहली बार पीएम के ससंदीय क्षेत्र काशी पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोकसभा चुनाव अभियान का 'श्रीगणेश' श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर व बाबा काल भैरव दरबार में मत्था टेकने के बाद किया. भाजपा के दिग्गज नेताओं के मुखार बिंदु से सुशोभित होने वाले कार्यकर्ताओं को सीएम ने चुनावी ध्येय से मथा तो संगठन में कुछ की जिम्मेदारियों को और धार भी दिया. बेशक, 'विजय संकल्प सभा' के जरिए यह संदेश दिया गया कि कार्यकर्ताओं के सहारे इस बार भी विजय पताका फहराना है. यही कारण रहा कि बनारस मंडल से 1500 कार्यकर्ताओं सहित हजार की संख्या में बूथ सदस्य भी मजबूती के साथ सभा में डटे रहे. सभी को जिम्मेदारियां का सीएम योगी ने ऐसा एहसास कराया कि मानो वह उसी पद के लिए बना हुआ हो. खास कर सभा के दाहिने ओर उत्साहित युवा वर्ग की ओर रुख करते हुए सीएम ने उन्हें टर्निग प्वाइंट करार दिया.

विपक्षियों पर किया प्रहार

कैंटोनमेंट के कटिंग मेमोरियल मैदान में विपक्षी दलों की नीतियों पर प्रहार करते हुए सीएम योगी ने स्पष्ट किया कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अरबों रुपये से हुए बनारस के विकास की बयार सात समुंदर पार तक है. इसका उदाहरण हाल ही में हुआ प्रवासी सम्मेलन रहा. कार्यकर्ताओं को यह संदेश दिया कि आप लोग तो गर्व के साथ काशी के एक-एक मतदाता से जुड़ सकते हैं. कोई यह कहने वाला नहीं मिलेगा कि काशी में विकास की गंगा नहीं बही है. मोदी के लिए विजय संकल्प लेने वाले योगी ने कहा कि काशीवासियों का सौभाग्य है कि उन्हें दोबारा पीएम चुनने का मौका मिल रहा है. बूथ कार्यकर्ताओं को संदेश दिया कि लोकतंत्र के महापर्व पर काशी के सांसद को चुनने के लिए प्राण-प्रण से जुट जाएं.

Posted By: Vivek Srivastava