मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वाकांक्षी जनपदों के रूपांतरण कार्यक्रम को मूर्त रूप देने के लिए राज्य सरकार द्वारा व्यापक कार्ययोजना बनायी गई है। योजना की सफलता के लिए संबंधित लोगों को सकारात्मक सोच के साथ कार्य करने की आवश्यकता है।

विकास की दौड़ में पिछड़ गये
जनसहभागिता से कार्यक्रम के लक्ष्य आसानी से प्राप्त किए जा सकते हैं। इसके लिए संसाधनों की कमी नहीं है। मुख्यमंत्री सोमवार को योजना भवन में महत्वाकांक्षी जनपदों के रूपांतरण कार्यक्रम के संबंध में आहूत बैठक में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री एवं राजधानी से सांसद राजनाथ सिंह भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा इस वर्ष जनवरी में महत्वाकांक्षी जनपदों में परिवर्तन कार्यक्रम शुरू किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य इन जनपदों का त्वरित और प्रभावी रूपांतरण करना है, जो किन्हीं कारणों से विकास की दौड़ में पिछड़ गये हैं।
कुल 115 महत्वाकांक्षी जिले
नीति आयोग द्वारा पूरे देश से चयनित कुल 115 महत्वाकांक्षी जनपदों में प्रदेश के आठ जनपद बलरामपुर, बहराइच, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, सोनभद्र, चंदौली, फतेहपुर तथा चित्रकूट शामिल हैं। वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि देश के विकास में यूपी का योगदान जरूरी है। विगत कई वर्षों में देश का जीडीपी उच्च होने के बावजूद मानव विकास सूचकांक में देश 138 वें स्थान पर है।

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Posted By: Shweta Mishra