- डेयरी संचालक देंगे गोबर उठाने का शुल्क, कंपनी कलेक्ट करेगी गोबर, बनाएगी व बेचेगी मीथेन गैस

BAREILLY:

डेयरियों से निकले अपशिष्ट यानि गोबर की दुर्गध से जल्द ही शहरवासियों को छुटकारा मिल जाएगा। नगर निगम ने हरियाणा की इंटरनेशनल कोल कंपनी को गोबर हटाने की मंजूरी दी है। इसके बदले नगर निगम को कुछ भी भुगतान नहीं करना होगा बल्कि डेयरी संचालक कंपनी को गोबर के उत्पादन के मुताबिक पेमेंट करेंगे। एक डेयरी से न्यूनतम 1 हजार रुपए चार्ज किए जाने की संभावना नगर आयुक्त ने जताई है। कंपनी डेयरी से गोबर लेकर मीथेन गैस का उत्पादन करेगी और उसका उपयोग अन्य कंपनियों को बेचकर मुनाफा कमाएगी। बता दें कि शहर में डेयरी का शिफ्ट न होना सबसे बड़ी समस्या है।

करीब दो हजार हैं डेयरी

अपर नगर आयुक्त ईश शक्ति सिंह के मुताबिक नगर क्षेत्र में करीब दो हजार से अधिक डेयरियां संचालित हैं। कुछ वार्डो में सौ के करीब डेयरियां अवैध रूप से चल रही हैं। डेयरियों से निकला गोबर नालियों में बहाया जा रहा है, जिससे नाला और नालियां चोक हो रही हैं। कहा कि, कंपनी के बरेली में कार्य करने की शुरुआत के दिन से ही नाला नालियों में गोबर बहाए जाने का सिलसिला थमेगा। जिससे दुर्गध समेत नाला नालियां चोक होने की समस्या से छुटकारा मिलेगा। कहा कि अगर कोई डेयरी संचालक इस योजना में बाधा उत्पन्न करेगा तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। बताया कि पिछले दिनों हुई कार्यकारिणी की विशेष बैठक में डेयरी संचालकों से सलाना दो हजार रुपए रजिस्ट्रेशन शुल्क वसूलने पर मुहर लगी है।

हरियाणा की कंपनी शहर की डेयरियों से कूड़ा कलेक्ट करके मॉडर्न टेक्निक से मीथेन गैस बनाएगी। गोबर खत्म होने से नालियों के चोक होने और गंदगी की समस्या से राहत मिलेगी।

राजेश कुमार श्रीवास्तव, नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive