सफाई पर 3 करोड़ का खर्च, फिर भी कॉकरोच का आतंक
लापरवाही----रिम्स में रात होते ही मरीजों की उड़ जाती है नींद
RANCHI (7 Nov) : सफाई पर हर साल फ् करोड़ रुपए खर्च के बावजूद रिम्स में कॉकरोच ने आतंक मचा रखा है। इसका खामियाजा हास्पिटल के न्यूरो वार्ड में भर्ती मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। रात होते ही यहां भर्ती मरीजों की नींद उड़ जाती है। क्योंकि रात होते ही कॉकरोच अपने आशियाने से निकलकर मरीजों पर धावा बोलते है। ऐसे में मरीजों की रात कॉकरोचों से जंग लड़ने में ही बीत जाती है। वहीं वार्ड में ढंग सं सफाई नहीं होने के कारण भी इनकी जनसंख्या लगातार बढ़ती जा रही है। मरीजों को बना रहे बीमारलोगों ने बताया कि ये कॉकरोच पूरे वार्ड में घूमते रहते हैं। कभी खाने में तो कभी दूध में ये गिर जाते हैं। वहीं खाने पर घूमते हुए भी देखे जाते है। इससे मरीज ठीक होने की बजाय और बीमार हो जाएंगे।
सफाई पर फ् करोड़ खर्च हॉस्पिटल की सफाई में सालाना तीन करोड़ रुपए एजेंसी को दिए जाते है। इसमें वार्डो की सफाई से लेकर हॉस्पिटल और हॉस्टल भी शामिल है। इसके बावजूद वार्ड में कॉकरोचों ने आतंक मचा रखा है। दहशत में हैं मरीजएक-दो कॉकरोच तो दिन में इधर-उधर घूमते रहते हैं। जैसे ही रात होती है तो काफी संख्या में कॉकरोच निकल आते हैं और बेड पर घूमने लगते हैं। इसके बाद बदन पर भी चढ़ जाते हैं। रातभर इसके चक्कर में जागना पड़ता है।
राधा देवी शांति से बैठना भी मुश्किल हो जाता है। छोटे-छोटे बहुत सारे कॉकरोच वार्ड में हैं। कभी बेड पर आ जाते हैं तो हटाना पड़ता है। आखिर मरीज को आराम करने की जरूरत है। रात में ये कॉकरोच ज्यादा परेशान करते हैं। अजमेरी खातून वार्ड में इतने कॉकरोच है कि बैठना मुश्किल हो जाता है। खाने पर भी घूमते रहते है और बेड पर भी। सफाई तो जमीन की होती है लेकिन टेबल तो साफ ही नहीं करते है। और वहीं पर सबसे ज्यादा कॉकरोच है। रंजीत रिम्स में कॉकरोच की संख्या बहुत अधिक है। जिधर देखो उधर ही कॉकरोच घूमते हैं। इसे बार-बार हटाते रहना पड़ता है। इन सब चीजों पर कोई ध्यान देने वाला नहीं है। जबकि हॉस्पिटल में साफ-सफाई तो की जानी चाहिए। जय प्रकाश