मीड-डे-मिल में निकले काकरोच, खाने से इंकार

-शिकायत मिलने पर एसडीएम ने एबीएसए को मौके पर भेजा

हस्तिनापुर : हस्तिनापुर कालोनी स्थित प्राथमिक विद्यालय में सोमवार को उस देखने को मिली जब बच्चों को परोसे जा रहे मिड डे मील में कीड़े व मेडिकल वेस्ट निकला। इसे देख बच्चों ने मिड डे मील खाने से इंकार कर दिया। मौके पर पहुंचे एबीएसए ने मामले की जानकारी की।

बच्चों में आक्रोश

प्रदेश सरकार अनेक योजनाएं चलाकर बच्चों को शत प्रतिशत शिक्षा का दावा कर रही है। वहीं इनके नुमाइंदे पलीता लगा व्यवस्था बिगाड़ रहे हैं। इसकी बानगी कस्बे की पुराना हस्तिनापुर कालोनी के प्राथमिक विद्यालय में सोमवार सुबह लगभग नौ बजे एनजीओ सघन क्षेत्र विकास समिति सिंहपुर सानी द्वारा तैयार किया हुआ मिड डे मील पहुंचा। कुछ देर पश्चात अध्यापिका ऊषा रानी ने मिड डे मील बाटना शुरू कर दिया। तभी कुछ बच्चों ने परोसे गए दलिये में मरे हुए कीड़े, झींगुर व मेडिकल में प्रयोग की जाने वाले बैंडएड आदि देखे तो उन्होंने उसकी शिकायत विद्यालय के अध्यापिका से की। वह भी इन्हें देखकर हतप्रभ रह गई और बच्चों को दलिया खाने से मना कर दिया। इतनी ही देर में वहां छात्रों के परिजन एवं सभासद पति प्रहलाद समेत अन्य लोग एकत्र हो गए। उन्होंने इसकी शिकायत एसडीएम मवाना मनीष कुमार वर्मा से की। इस पर एसडीएम ने तत्काल एबीएसए अनिल चौहान को मौके पर भेजा और मामले की जांच कर उसके सैंपल लेने के लिए निर्देश दिये। जिस पर एबीएसए अनिल चौहान ने विद्यालय में पहुंच कर मिड डे मील की जांच की तो उसमें कीड़े व बैंडेड पाये गए। तो उन्होने दलिये को जमीन में दबवा दिया और एनजीओ के विरूद्ध रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को प्रेषित कर दी है।

हो सकती थी अप्रिय घटना

संघन क्षेत्र विकास समिति सिंहपुर सानी द्वारा स्कूल मे भेजा गया। मिड डे मील में यदि अध्यापिका सतर्कता न बरतती और नन्हें मुन्ने बच्चे इस परोसे गये मिड डे मील को खा लेते तो बड़ी घटना घटित हो सक ती थी। क्योंकि इससे पूर्व भी माखन नगर गांव में मिड डे मील खाने के दौरान एक बच्चे की मौत हो गई थी।

परिजनों का कहना

मिड डे मील में कीड़े देख आज बच्चों के परिजन यह कहते दिखाई दिए कि जब सरकार को उनके बच्चों को इस तरह का खाना खिलाना है इससे तो सरकार इसे बंद कर दें। क्योंकि उन्हें अपने बच्चों को इस तरह का खाना खिलाकर असमय ही मौत के मुंह में नही धकेलना है।

इन्होंने कहा

मामला बेहद गंभीर है और एनजीओ के खिलाफ रिपोर्ट अधिकारियों को भेजी जाएगी।

मनीष वर्मा,

एसडीएम मवाना

Posted By: Inextlive