ऑनलाइन और ऑफलाइन के चक्कर में उलझे कॉलेज
- ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों फॉर्म्स के वेरिफिकेशन का काम चल रहा है
- मैनुअली फॉर्म की ऑनलाइन फीडिंग का काम यूनिवर्सिटी पर छोड़ा BAREILLY: रेगुलर स्टूडेंट्स के फॉर्म जमा होने के बाद अब कॉलेज ऑनलाइन और ऑफलाइन फॉर्म के चक्कर में उलझ कर रह गए हैं। आरयू ने फॉर्म जमा करने के प्रोसेस के बीच में रेगुलर स्टूडेंट्स को प्रिंटेड फॉर्म भी जमा करने की छूट दे दी थी। बीसीबी में सबसे ज्यादा प्रिंटेड फॉर्म जमा हुए। कॉलेज अब ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह के फॉर्म को वेरीफाई करने के प्रोसेस में उलझ कर रह गया है। सोर्सेज की मानें तो आरयू प्रिंटेड फॉर्म की ऑनलाइन फीडिंग कराना चाहता है लेकिन कॉलेज इन फॉर्म्स को महज सत्यापन कर आरयू को सौंपने वाले हैं। वे इनकी ऑनलाइन फीडिंग का काम आरयू पर ही छोड़ना चाहते हैं। दोनों तरह के फॉर्म एक साथ जमा हुएऑनलाइन फॉर्म के प्रोसेस का स्टूडेंट्स लीडर्स ने जमकर विरोध किया। बरेली कॉलेज से लेकर यूनिवर्सिटी में हंगामा किया। इसके विरोध में क्0 दिनों तक बीसीबी में ऑनलाइन फॉर्म जमा नहीं हुए। इसके बाद आरयू ने बीसीबी को प्रिंटेड फॉर्म मुहैया कराकर ऑफलाइन फॉर्म भी जमा करने की परमीशन दे दी। इसके बाद बीसीबी में सैकड़ों स्टूडेंट्स ने ऑफलाइन फॉर्म जमा किए। इन फॉर्म्स की अलग से संख्या साफ नहीं हुई है। फॉर्म जमा करते वक्त ऑनलाइन प्रिंट और मैनुअल दोनों एक साथ जमा हुए।
चल रहा है वेरिफिकेशन का काम इस वक्त फॉर्म्स के वेरिफिकेशन का काम चल रहा है। ऑनलाइन प्रिंट आउट वाले फॉर्म का ऑनलाइन वेरिफिकेशन का काम चल रहा है। जबकि ऑफलाइन फॉर्म के वेरिफिकेशन का काम केवल मैनुअली ही हो रहा है। कॉलेजेज इनकी ऑनलाइन फीडिंग में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। फ्क् दिसम्बर तक कॉलेजेज को फॉर्म यूनिवर्सिटी को पहुंचाना है। हालांकि यूनिवर्सिटी के सामने भी इसको असेप्ट करने की मजबूरी है। निर्णय उनका था इसलिए ऑनलाइन फीडिंग का काम उनको करना ही होगा।