kanpur: कानपुराइट्स की ज्यादातर मुश्किलों के दो जिम्मेदार दोषियों की पहचान हो चुकी है. खुद डिविजनल कमिश्नर की रिव्यू मीटिंग में दोनों जिम्मेदारों की पहचान हुई है. फिलहाल दोनों ही दोषियों पर कोई एक्शन नहीं लिया गया है लेकिन अगली बार लापरवाही बरतने पर सख्त कार्यवाही तय है.


ये हैं दोनों दोषी डिविजनल कमिश्नर महेश गुप्ता ने कानपुराइट्स की ज्यादा मुश्किलों के जिन दो जिम्मेदार की पहचान की है, वो पीडब्लूडी और ब्रिज कॉरपोरेशन विभाग हैं। कंस्ट्रक्शन वक्र्स की रिव्यू मीटिंग में दोनों ही विभागों व उसके अफसरों की घोर लापरवाही का खुलासा हुआ है। पीडब्लूडी ने जहां 1427 किमी लम्बी 264 सडक़ों का निर्माण ही नहीं करवाया। वहीं यूपी ब्रिज कॉरपोरेशन के अफसरों की लापरवाही की वजह से सीओडी खपरा मोहाल व गोविंद नगर के आरओबी का निर्माण नहीं हो सका है। एक करोड़ से ज्यादा


एक करोड़ से अधिक लागत वाली परियोजनाओं में शामिल इन निर्माण कार्यों को पूरा करने में दोनों ही विभागों के अफसरों की लापरवाही सामने आई है। कमिश्नर ने बताया कि पीडब्लूडी की 1427 किमी लम्बी 264 सडक़ों का निर्माण किया जाना है। इनमें कानपुर नगर में 41, कानपुर देहात में 48, फर्रुखाबाद में 14, इटावा में 77, औरेय्या में 21 और कन्नौज में 63 सडक़ें शामिल हैं। उन्होंने कानपुर नगर में पूर्वी कैनाल रोड पर सीवर लाइन डालने व सडक़ निर्माण कराने के साथ-साथ सीओडी खरा मोहाल व गोविन्द नगर आरओबी का निर्माण भी तत्काल पूरा कराने के भी निर्देश दिये हैं। लास्ट वॉर्निंग

कमिश्नर ने इटावा में ड्रिंकिंग वॉटर डिस्ट्रिब्यूशन लाइन्स डालने, पाइप लाइन से पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित कराने का काम 15 अक्टूबर तक पूरा न करने पर इटावा के अधिशाषी अभियन्ता को चेतावनी भी दी। उन्होंने कब्रिस्तान की बाउंड्रीवॉल निर्माण के लिए सीएंडडीएस के अफसरों को भी वॉर्निंग दी है। मीटिंग में सभी छह डिस्ट्रिक्ट्स के डीएम, सीडीओ, अपर निदेशक स्वास्थ्य व विभिन्न निर्माण एजेंसियों के अधिकारी मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive