- कमिश्नर ने मीटिंग के दौरान विभागों को समयबद्ध तरीके से काम करने के दिए निर्देश

ALLAHABAD: यमुनापार की तीनों विद्युत गृह परियोजनाओं के निर्माण में आने वाली छोटी-मोटी बाधाओं को प्रशासन, पुलिस, चकबंदी व प्लांट के अधिकारियों को समयबद्ध तरीके से दूर करना होगा। कमिश्नर राजन शुक्ला शुक्रवार को डीएम संजय कुमार, डीआईजी जितेंद्र कुमार शाही समेत एसडीएम मेजा, बारा व करछना के साथ पावर प्लांटों के निर्माण कार्यो के प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान करछना प्लांट के अधिशासी अभियंता विद्युत जनपद पारेषण खंड आरपी सिंह ने बताया कि प्लांट निर्माण के फ‌र्स्ट फेज में चहारदीवारी निर्माण की एक फिट ऊंचाई की स्वीकृति प्राप्त है। कुल 14.7 किमी में दो किमी छोड़कर चहारदीवारी बनकर तैयार है।

कमिश्नर ने निर्धारित की टाइम लाइन

कमिश्नर ने बाकी चहारदीवारी दस अप्रैल तक पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। संबंधित अधिकारियों से कहा कि भू स्वामियों और मकान स्वामियों को अन्यत्र शिफ्ट किया जाए। डीएम की सलाह पर कमिश्नर ने सुसज्जित पुलिस चौकी और प्लांट कार्यालय तत्काल निर्मित कर दस गार्ड चौबीस घंटे तत्काल ड्यूटी पर लगाने को कहा। मेजा प्लांट सीईओ प्रभात कुमार ने बताया कि ग्राम लेहड़ी, भटौती व उरुवा से जुड़ी समस्याओं को बताया। इस पर डीएम ने एसडीएम व सीओ से तत्काल संपर्क कर समस्याओं को 15 अप्रैल तक निस्तारित कर निर्माण कार्य में तेजी लाने के आदेश दिए। इसी क्रम में कमिश्नर की अगली बैठक मेजा में कराने का निर्णय लिया गया है।

फसल कटने का है इंतजार

बारा प्लांट के प्रबंध निदेशक राकेश शर्मा व महाप्रबंधक पीजीसीएल बीएल गारु ने बताया कि ग्राम जोरवट में चारागाह की भूमि पहले से पुर्नग्रहीत है, इसमें आधे हेक्टेयर का स्थगन आदेश न्यायालय में विचाराधीन है। जबकि साढ़े सात हेक्टेयर भूमि पर कोई समस्या नहीं है। रबी की फसल कटते ही इस पर कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। कमिश्नर ने स्वयं जोरवट जाकर निर्माणाधीन रेल पथ कार्य को देखा।

Posted By: Inextlive