टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा ने शनिवार को कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में गोल्ड् मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। ऐसा करने वाली वह पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गई हैं। वहीं पुरुष डबल्स में कड़े मुकाबले में हारने के बाद शरत कमल व जी सत्यन की भारतीय जोड़ी को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा।

फाइनल में पहुंचने के लिए दुनिया की चौथे नंबर की खिलाड़ी को हराया

गोल्ड कोस्ट (प्रेट्र)। विश्व की 58वें नंबर की खिलाड़ी मनिका बत्रा ने गोल्ड मेडल के लिए खेले गए मुकाबले में दुनिया की 50वें नंबर की खिलाड़ी सिंगापुर की यु मेंगयु को 4-0 से मात दी। इसके पहले खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में मनिका ने दुनिया की चौथे नंबर की खिलाड़ी फेंग तियानवी को 4-3 से हराया।

 

गौरव का पल

मेडल जीतने के बाद मनिका बत्रा ने कहा कि किसी बड़े टूर्नामेंट में यह उनका पहला मेडल है और वो गर्व महसूस कर रही हैं। टूर्नामेंट में अपने अनुभव के बारे में मनिका का कहना था कि यह दुनिया की चौथे नंबर की खिलाड़ी को हराकर गोल्ड मेडल जीतना अपने आप में अनोखा अनुभव है। वह बेहद खुश व अपने देश पर गौरवान्वित महसूस कर रही हैं।

सभी चार वर्गो में मेडल जीतने का मौका

बत्रा के पास सभी चार वर्गों में मेडल जीतने का मौका है। जब वह सत्यन के साथ मिक्स डबल्स में कांस्य पदक जीतने के लिए उतरेंगी। इसके पहले वह भारत को टीम गोल्ड जिताने में महत्वुपूर्ण भूमिका निभा चुकी हैं। इतना ही नहीं मौमा दास के साथ मिलकर वह देश के लिए महिला डबल्स का इकलौता सिल्वर मेडल भी जीत चुकी हैं।

 

अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन

भारत ने कॉमनवेल्थ गेम्स् में टेबल टेनिस में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। अभी तक तीन गोल्ड मेडल, दो सिल्वर मेडल व एक ब्रांज मेडल उसकी झोली में आ चुका है। इसके अलावा दो ब्रॉन्ज मेडल जीतने का मौका अभी बाकी है।


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Posted By: Chandramohan Mishra