गोल्‍ड कोस्‍ट में चले रहे 21वें कॉमनवेल्‍थ गेम्‍स में भारत का प्रदर्शन बेहतर होता जा रहा। भारत को तीसरा गोल्‍ड मेडल मिल गया है यह पदक दिलाया है वेटलिफ्टर सतीश शिवलिंगम ने। आपको बता दें कि भारत को इस प्रतियोगिता में तीनों गोल्‍ड वेटलिफ्टिंग में ही मिले हैं।


दर्द के बावजूद जीता गोल्ड


ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में चल रहे 21वें कॉमनवेल्थ खेलों में भारत का शानदार प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। भारत की झोली में एक और गोल्ड मेडल आ गया है। भारतीय वेटलिफ्टर सतीश कुमार शिवलिंगम ने 77 किलोग्राम वर्ग में गोल्ड मेडल जीता है। सतीश ने कुल 317 किग्रा वजन उठाकर पीला तमगा हासिल किया है। सतीश एक बेहतर वेटलिफ्टर हैं इसमें कोई दोराय नहीं, मगर वह इस कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतकर लाएंगे यह किसी ने सोचा नहीं था। क्योंकि सतीश पूरी तरह से फिट नहीं थे, अभी हाल ही में खत्म हुई वेटलिफ्टिंग नेशनल चैंपियनशिप में क्लीन एंड जर्क में 194 किग्रा भारत उठाने के कारण सतीश की जांघ में चोट आ गई थी। उनके पैरों की मांसपेशियां पूरी तहर से खिंच गईं थी। मगर गोल्ड कोस्ट में दर्द से जूझने के बावजूद सतीश ने भारत का नाम ऊंचा किया और देश को एक गोल्ड मेडल दिलाया।लगातार दूसरे कॉमनवेल्थ में जीता सोना

सतीश शिवलिंगम को कॉमनवेल्थ में जैसे गोल्ड मेडल जीतने की आदत बन गई है। पिछली बार ग्लॉसगो में हुए 20वें कॉमनवेल्थ गेम्स में भी सतीश को स्वर्ण पदक मिला था। उन्होंने स्नैच में 149 और क्लीन एवं जर्क में 179 किग्रा सहित कुल 328 किग्रा भार उठाकर पीला तमगा हासिल किया था। 25 साल के सतीश को खेल के सबसे बड़े पुरस्कार अर्जुन अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है। सतीश ने इंटरनेशनल लेवल पर भारत का कई बार गर्व का अनुभव कराया है।पिता भी रहे हैं नेशनल लेवल के खिलाड़ी13 साल की उम्र से वेटलिफ्टिंग सीख रहे सतीश के लिए इसमें करियर बनाना आसान नहीं था। मगर उन्होंने अपने पिता के पदचिन्हों पर चलकर वेटलिफ्टिंग में नाम कमाया। उनके पिता नेशनल लेवल के वेटलिफ्टर रहे हैं और दो गोल्ड मेडल उनके नाम भी हैं। इंडियन रेलवे में है क्लर्कसतीश के पिता सेना में एक छोटे पद पर कार्यरत थे। ऐसे में उनके घर की आर्थिक स्थिति ज्यादा बेहतर नहीं थी। इसलिए सतीश ने पढ़ाई कर एक अच्छी नौकरी का मन बनाया। तमिलनाडु के वेल्लूर में जन्में सतीश ने स्थूवचारी के स्कूल से हाई स्कूल की पढ़ाई की और ग्रेजुएशन करने के लिए मेलविश्रम में अब्दुल हकीम कॉलेज में दाखिला लिया लेकिन तीसरे साल में पढाई छोड़ दी। बाद में उन्होंने अपना पूरा फोकस वेटलिफ्टिंग में लगाया। फिलहाल सतीश दक्षिण रेलवे में क्लर्क की नौकरी कर रहे हैं।भारत के खाते में अब तक कुल 5 पदक

                               Gold        Silver      Bronze       Total1.  Australia               15           11           16            422.  England                12            9            3              243.  India                     3             1            1              54.  Canada                 2              4            5             115.  Scotland                2              4            4             10 (नोट- यह रैकिंग खबर लिखे जाने के समय की है)

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari