पीआरएस काउंटर से 24 घंटा पहले बदलवा सकते हैं अपना नाम.

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PRAYAGRAJ: ऑनलाइन रिजर्वेशन टिकट बुक कराने वाले पैसेंजर्स के लिए गुड न्यूज है. अब ई-टिकट बनवाने वाले पैसेंजर्स इमर्जेसी आने पर अपना टूर प्लान न सिर्फ चेंज कर सकते हैं, बल्कि अपने कनफर्म टिकट पर ही फैमिली के किसी दूसरे मेम्बर का नाम चढ़वा सकते हैं. फैमिली के साथ ही अन्य लोग भी नाम चेंज कराने की इस सुविधा का फायदा उठा सकते हैं. लेकिन ये बदलाव ट्रेन डिपार्चर से 24 घंटे पहले ही कराना होगा. ध्यान देने वाली बात यह है कि यात्री के परिवर्तन की अनुमति केवल तभी दी जाती है जब टिकट बिना किसी छूट-कोटा के आरक्षित किया गया हो.

ये ले सकते हैं लाभ

1. पैसेंजर यदिसरकारी कर्मचारी है. ड्यूटी पर कहीं जा रहा था, लेकिन अचानक प्लान कैंसिल कर किसी दूसरे कर्मचारी को भेजना चाहता है तो ऑफिस वर्क का हवाला देते हुए ऑफिस के दूसरे व्यक्ति के नाम टिकट ट्रांसफर कर सकता है.

2. पैसेंजर ट्रेन के निर्धारित डेस्टिनेशन से 24 घंटे पहले अनुरोध करेगा कि उसके नाम से किया गया आरक्षण उसके परिवार के किसी अन्य सदस्य, पिता, माता, भाई, बहन, बेटा, बेटी या पत्नी में से किसी एक को ट्रांसफर करना चाहता है तो आसानी से कर सकता है.

3. यदि पैसेंजर किसी मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थान का छात्र है और संस्था के प्रमुख ट्रेन के निर्धारित प्रस्थान से 48 घंटे पहले अनुरोध करते हैं कि किसी भी छात्र के नाम पर किए गए आरक्षण को किसी अन्य छात्र को हस्तांतरित कर दिया जाए, तो वह किया जा सकता है. शर्त इतनी है कि छात्र उसी संस्थान का हो.

4. यात्री शादी पार्टी के सदस्य होते हैं इसका मुखिया समझा जाने वाला कोई भी व्यक्ति ट्रेन के निर्धारित प्रस्थान से 48 घंटे पहले अनुरोध करता है कि विवाह पार्टी के किसी भी सदस्य के नाम पर किया गया आरक्षण स्थानांतरित किया जाए, तो वह आसानी से किया जा सकता है.

5. एनसीसी कैडेटों का एक समूह है और कोई भी अधिकारी, जो ग्रुप का प्रमुख है, ट्रेन छूटने के कम से कम 24 घंटे पहले अनुरोध करता है कि आरक्षण के नाम पर किया गया किसी भी कैडेट को किसी अन्य कैडेट को स्थानांतरित किया जाएगा.

60 प्रतिशत से अधिक ऑनलाइन
देश में ऑनलाइन रिजर्वेशन टिकट बुक कराने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इस समय पूरे भारत में पर-डे करीब 15 से 16 लाख ऑनलाइन रिजर्वेशन टिकट बुक हो रहे हैं. इलाहाबाद में भी रोजाना 60 प्रतिशत से अधिक टिकट ऑनलाइन ही बुक हो रहे हैं. इसकी वजह से रिजर्वेशन काउंटर पर अब लंबी लाइन नहीं लगती है.

प्रिंट और आईडी से होगा ट्रांसफर
टिकट ट्रांसफर के लिए ई-रिजर्वेशन टिकट का प्रिंट आउट और यात्रा करने वाले यात्रियों में से किसी एक की मूल फोटो आईडी के साथ आस-पास के किसी स्टेशन के रिजर्वेशन ऑफिस में संपर्क करना होगा. ट्रेन के निर्धारित प्रस्थान से 24 घंटे पहले नाम बदला जा सकता है.

वर्जन
अभी तक केवल पीआरएस टिकट बुक कराने वालों को ही नाम चेंज कराने का अधिकार मिला था. अब ई-टिकट ट्रांसफर करने के आप्शन का लाभ अधिक से अधिक लोगों को होगा. क्योंकि ई-टिकट बुक कराने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है.
- अमित मालवीय, पीआरओ, एनसीआर

Posted By: Vijay Pandey