एचबीटीआई गर्ल्स हॉस्टल में आजादी छिनी..
-पार्टीज और मूवी के लिए शाम के बाद आने जाने की मनाही पर खफा
-अब तो घर में इमरजेंसी होने पर भी वार्डेन नहीं करतीं विश्वास -आजादी छिनने पर लड़कियों का वार्डेन से कनफ्लिक्ट, रिटन कंपलेन कर डाली KANPUR : एचबीटीआई गर्ल्स हॉस्टल की स्टूडेंट्स ने वार्डन पर उनकी आजादी छीनने के आरोप लगाए हैं। वार्डेन का कहना है कि स्टूडेंट्स देर रात तक घूमने-फिरने की आजादी चाहती हैं, जो दी नहीं जा सकती। वहीं स्टूडेंट्स का आरोप है कि उनसे कैदियों जैसा बर्ताव किया जाता है। अब वार्डेन और स्टूडेंट्स की जंग डायरेक्टर्स ऑफिस तक पहुंच चुकी है।मामला काफी गंभीर मोड़ ले चुका है। दोनों तरफ अविश्वास का आलम है। छात्राओं ने नाम हाल ही में एक फर्स्ट इयर की एक स्टूडेंट को उसके पिता को अटैक पड़ने की सूचना मिली। स्टूडेंट ने इसकी जानकारी वार्डन सपना को दी तो उन्होंने कहा कि इस मामले में सुबह बात करेंगे। स्टूडेंट कहा कहना है कि कुछ समय बाद पिता की मौत की सूचना आ गई। उसने फिर से वार्डन सपना से बात करने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने बात नहीं की और बाद में मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया। इस रवैए से खफा हॉस्टल में रहने वाली सभी स्टूडेंट्स ने डायरेक्टर से वार्डन मैडम की रिटेन कम्पलेन की है।
'स्टूडेंट्स को लिबर्टी चाहिए कभी उन्हें पार्टी में जाना हैं तो कभी कोचिंग और कभी मैरिज अटेंड करनी होती है। हॉस्टल में शाम 7 बजे के बाद किसी को बाहर जाने की इजाजत नहीं है। स्टूडेंट्स द्वारा किसी कम्पलेन के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है.'
-सपना, वार्डन, फर्स्ट इयर गर्ल्स हॉस्टल 'गर्ल्स की कम्पलेन का मैटर मेरी नोटिस में नहीं है। अगर स्टूडेंट्स की कोई प्रॉब्लम है तो उसका समाधान निकाला जाएगा। कम्पलेन आएगी तो फिर उस पर कार्यवाही की जाएगी.' -एमसी शुक्ला, डायरेक्टर