AGRA: मुख्यमंत्री मायावती को देखने और सुनने के लिए हजारों की संख्या में लोग बेताब दिखे. भीड़ भी अपने पिछले कई पुराने रिकॉर्ड को तोड़ती हुई नजर आई. सुबह से ही लोग कोठी मीना बाजार में आ पहुंचे. इसमें महिलाएं भी पीछे नहीं रहीं. तपती धूप की परवाह नहीं करते हुए वह अपने दुधमुंहे बच्चों को भी लेकर पहुंच गईं. लेकिन गर्मी ने सभी का हाल-बेहाल कर दिया. पानी के लिए हाहाकार मच गया. एक महिला तो बेहोश होकर गिर पड़ी.

जुटी भीड

सीएम मायावती की जनसभा में तकरीबन 11,500 कुर्सी और 50 सोफे का इंतजाम किया गया था। इतनी ही भीड़ फील्ड से बाहर एकत्रित होकर मायावती को सुनने के लिए जुटी थी। तकरीबन 25,000 की भीड़ ने मायावती की सभा में शिरकत की। बीएसपी सुप्रीमो मायावती के भाषण के अंत में बीएसपी समर्थक मंच की ओर भागते हुए नजर आए। कुछ लोगों ने फूल मालाएं तक मुख्यमंत्री की ओर फेंकी। इसके चलते यहां अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। हालांकि, पुलिस फोर्स की मुस्तैदी के चलते भीड़ को तत्काल ही काबू में कर लिया गया।

केंद्र ने नहीं की मदद
मायावती ने कहा कि जब ईयर 2007 में बसपा पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आई थी तो प्रदेश के विकास के लिए केंद्र से 80 हजार करोड़ रुपए की मदद मांगी थी। लेकिन, वहां से पैसे के लिए मंजूरी नहीं दी गई। इसके बाद जब बसपा सरकार ने राज्य को चार हिस्सों में बांटे जाने का प्रस्ताव पारित किया, तो केंद्र ने यहां भी धोखा दिया। उनके प्रस्ताव को वापस भेज दिया गया।


कांगे्रसी राज्य में बढ़ी बेरोजगारी
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा कि यूपी में लगभग 40 सालों तक कांग्रेस सत्ता में काबिज रही। इस दौरान प्रदेश में कोई तरक्की नहीं हुई। महंगाई और बेरोजगारी लगातार बढ़ी। लोग प्रदेश छोड़कर रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में जाने को मजबूर हो गए। अब वही कांग्रेस उन्हें भिखारी बोलकर उनका अपमान कर रही है।


योजनाओं के लिए नहीं की संस्तुति
केंद्र सरकार को आड़े हाथ लेते हुए सीएम बोलीं कि जब केंद्र ने प्रदेश के विकास के लिए मदद नहीं की तो उन्होंने प्राइवेट सेक्टरों की मदद से विकास करने की योजनाएं बनाईं। जब उन्होंने केंद्र सरकार को योजनाओं की संस्तुति के लिए लिखा तो ज्यादातर योजनाओं को लेकर वहां से मंजूरी नहीं मिली।
गिनाई उपलब्धियां
बसपा की उपलब्धियां गिनाते हुए सीएम ने कहा कि गन्ना किसानों को के लिए केंद्र सरकार ने मात्र 145 रुपए का रेट तय किया था, जिसे बसपा ने अपने शासनकाल में 145 रुपए से बढ़ाकर 250 रुपए प्रति कुंतल कर दिया। चीनी मिलों पर किसानों का बकाया दो हजार 600 करोड़ रुपया उन्हें दिलवाया। एक हजार 500 करोड़ रुपए के बिजली के बिल माफ किए। एक करोड़ लोगों को बसपा सरकार के राज्य में सरकारी नौकरी दी गई।


सभी महापुरुषों को दिया सम्मान
मुख्यमंत्री मायावती यही नहीं रुकीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस दावा करती है कि वह माननीय कांशीराम की बहुत इज्जत करती है तो वह झूठ बोलती है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि कांग्रेस और उनके युवराज राहुल सुन लें कि कांशीराम के निधन पर सरकार ने एक दिन का भी राष्ट्रीय अवकाश घोषित नहीं किया। जबकि बसपा ने उन्हें हमेशा सम्मान दिया है. 


सर्वजन समाज को साथ लिया हमने
मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि बसपा प्रदेश में सर्वजन समाज को अपने साथ लेकर चल रही है। पार्टी की नीतियां ऐसी हैं, जिससे समाज के हर तबके को लाभ पहुंच रहा है। बसपा का यही मकसद है कि आने वाले वक्त में समाज के हर तबके को और अधिक फायदा पहुंचे।


हर सीट पर है पूरी तैयारी
मायावती ने कहा कि प्रदेश की सभी 403 सीटों पर बसपा अपने दम पर इलेक्शन लड़ रही है। बसपा ने किसी भी दूसरे राजनीतिक दल से समझौता नहीं किया है। हर सीट पर कैंडिडेट को देखकर ही टिकट दिया गया है।


साफ छवि वाले हैं प्रत्याशी
उन्होंने कहा कि पिछली बार कुछ गलतियां हो गई थीं, जिसके चलते दूसरी पार्टियों के गलत छवि वाले लोग बसपा से टिकट पाने में कामयाब हो गए थे। लेकिन, इस बार इस बात का विशेष ध्यान रखा गया है।

Posted By: Inextlive