- रामपुर गार्डेन के रेजिडेंट्स रजिस्ट्रेशन कराने के बाद हो रहे परेशान

- रजिस्ट्रेशन के दो साल बाद भी पीएनजी से नहीं जल सका घरों का चूल्हा

- कंज्यूमर फोरम की शरण में जा रहे रामपुर गार्डेन के रेजिडेंट्स

BAREILLY:

सीयूजीएल एक ओर जहां शहर के नए एरिया को पाइप्ड नैचुरल गैस (पीएनजी) से जोड़ने में लगा हुआ है। वहीं दूसरी ओर जिन लोगों ने तीन साल पहले रजिस्ट्रेशन करा रखा है वहां अभी तक पीएनजी की सप्लाई शुरू नहीं हो सकी हैं। नगर निगम और सीयूजीएल के फेर में फंसे रामपुर गार्डेन के मैक्सिमम रेजिडेंट्स इन दिनों कुछ ऐसी ही समस्या से जूझ रहे है। आलम यह है कि, सीयूजीएल अधिकारियों से मिल रहे आश्वासन के बाद भी रेजिडेंट्स अब राहत महसूस नहीं कर रहे है। समय बीतने के साथ ही रेजिडेंट्स का सब्र का बांध भी टूटता जा रहा है। अधिकारियों की बातों से खफा लोग अब कंज्यूमर फोरम के शरण में जाने की सोच रहें हैं।

रोड कटिंग के फेर में फंसा मामला

रामपुर गार्डेन में घरों की संख्या करीब फ्00 है। यहां पर पीएनजी बिछाए जाने का काम ख्0क्क् में शुरू हुआ था। पीएनजी के लिए लगभग सभी लोगों ने रजिस्ट्रेशन भी करा रखे है। लेकिन, उस वक्त क्भ्0 लोगों के घरों में ही कनेक्शन जोड़े गए। बाकी क्भ्0 लोग पीएनजी पाने से वंचित रह गए थे। जबकि इन लोगों ने रजिस्ट्रेशन करा रखा है। उस वक्त सीयूजीएल का नगर निगम के साथ रोड कटिंग को लेकर क्.ख्भ् करोड़ रूपए में ख् किलोमीटर में पीएनजी लाइन बिछाने का ठेका हुआ था। बाद में नगर निगम ने रोड कटिंग के लिए ब्,000 रुपए प्रति मीटर की मांग सीयूजीएल से करने लगा। तब से पीएनजी लाइन बिछाने का काम अधर में ही लटक गया हैं।

यहां रोड कटिंग का मात्र क्80 रूपए

नगर निगम जहां रोड कटिंग के ब्,000 रूपए प्रति मीटर चार्ज कर रहा है। वहीं दूसरी ओर शहर के पीडब्ल्यूडी विभाग की फीस कुछ और की स्थिति बयां कर रही है। पीडब्ल्यूडी रोड कटिंग का चार्ज मात्र क्80 रूपए प्रति घन मीटर लेता है। पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन संजीव भारद्वाज ने बताया कि, यदि कोई रोड कटिंग के लिए अप्लाई करता है तो, उससे क्80 रूपए प्रति घन मीटर चार्ज किया जाता है। पीडब्ल्यूडी और नगर निगम के आंकड़ों की बात करें तो, रोड कटिंग के चार्ज में काफी रूपए का अंतर है।

सीयूजीएल क्ब्,00 रुपए

सीयूजीएल के अधिकारी ब्,000 की बजाय क्ब्00 रुपए प्रति मीटर के हिसाब से रोड कटिंग का पैसा देने के लिए हामी भर रहे हैं। इसके लिए वे कानपुर, लखनऊ जैसे अन्य शहरों को उदाहरण नगर निगम के जिम्मेदारों के सामने पेश कर रहे है। वर्तमान समय में नगर निगम और सीयूजीएल दोनों लोग अपने-अपने शर्तो पर टिके है। जिसका खमियाजा रजिस्ट्रेशन करा चुके रेजिडेंट्स को भुगतना पड़ रहा है। रेजिडेंट्स पीएनजी के लिए आए दिन अधिकारियों के यहां चक्कर काट रहे है। लेकिन अभी तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो सका है।

सब दे रहे अपनी-अपनी तर्क

इस संबंध में जब नगर निगम और सीयूजीएल अधिकारियों से बात की गई तो, सभी अपना-अपना तर्क पेश करने में लगे हुए है। सीयूजीएल अधिकारियों का कहना है कि, रोड कटिंग को लेकर कई बार नगर निगम अधिकारियों से संपर्क किया जा चुका है, लेकिन उनकी ओर से अभी तक इस संबंध में कोई जवाब नहीं मिला है। जबकि दूसरी ओर इससे इतर नगर निगम अधिकारी यह बात कह रहे है कि, सीयूजीएल से कानपुर में जो रोड कटिंग का चार्ज है, उसके हिसाब से पैसा देकर सीयूजीएल रोड कटिंग कर सकता है। इस बात की जानकारी सीयूजीएल को दे दी गई है। लेकिन

उनकी ओर से अभी तक कोई रिस्पांस नहीं मिला है। पीएनजी के लिए रोड कटिंग कितनी और कहां-कहां करनी है इस बात का खाका हमारे अधीक्षण अभियंता को दे, जितना पैसा हो रहा है उतना जमा करे ताकि, मौके पर हमारे कर्मचारी और अधिकारी पहुंच कर रोड कटिंग करवा सके।

कंज्यूमर फोरम की शरण में

नगर निगम और सीयूजीएल अधिकारियों की हीलाहवाली के कारण बेकसूर पब्लिक पिस रही है। पिछले दो-तीन साल से परेशान रामपुर गार्डेन के रेजिडेंट्स कंज्यूमर्स फोरम की शरण में पहुंच रहे है। कई लोगों ने तो, सीयूजीएल के खिलाफ कंज्यूमर फोरम में कंप्लेंट्स भी दर्ज करा दी हैं। रजिस्ट्रेशन करा चुके लोगों का कहना है कि, कनेक्शन नहीं देने है तो, कम से कम हमारे रजिस्ट्रेशन के पैसे की सीयूजीएल वापस करे।

फिलहाल इन एरिया में पीएनजी

शहर में फिलहाल क्ब्00 से अधिक लोगों ने पीएनजी कनेक्शन ले रखें हैं। सिंधू नगर कॉलोनी, राधेश्याम इंक्लेव, रामवाटिका, आवास विकास, सिविल लाइन, रामपुर गार्डेन के कुछ हिस्सों में, पवन बिहार और ग्रीन पार्क में पीएनजी की सप्लाई हो रही है। जबकि, आशीष रॉयल पार्क, सनसिटी विस्तार, आकाशपुरम, फाइव इंक्लेव, खुशबू नगर, तुलसी नगर, सुरेश शर्मा नगर सहित अन्य एरिया को पीएनजी से जोड़ने का काम किया जा रहा है।

सीयूजीएल के लोग पीएनजी के संबंध में मिले थे। लेकिन अभी तक उन्होंने रोड कटिंग कहां और कितना करना है इसकी लिस्ट नहीं दिए है। जबकि मैंने कानपुर के रेट से ही पैसे लेने की बात सीयूजीएल से कही है।

डॉ। आईएस तोमर, मेयर

नगर निगम के अधिकारी कच्ची और पक्की रोड का एक की रेट रोड कटिंग का मांग रहे है। ब्,000 रूपए प्रति मीटर बहुत महंगा पड़ रहा है। जिसे कम करने के लिए कहा गया है।

मंसूर अली सिद्दकी, इंचार्ज, सीयूजीएल

दो साल पहले पीएनजी के कनेक्शन के लिए अप्लाई किया था। कनेक्शन की फीस भी भ्,000 रुपए जमा कर दी थी। लेकिन दो साल भी कनेक्शन नहीं मिल सका है। पीएनजी के कनेक्शन नहीं मिलने से कंज्यूमर्स फोरम में कंप्लेन दर्ज कराया गया है।

नागेश कुमार अग्रवाल, रामपुर गार्डेन

मैनें भी पीएनजी के लिए रजिस्ट्रेशन करा रखा है। लेकिन महीनों बीत जाने के बाद भी कनेक्शन नहीं मिला है। जबकि सीयूजीएल अधिकारियों से प्रॉपर कांटैक्ट करते रहता हूं। अब तो, यह लगता है कि किसी तरह से रजिस्ट्रेशन को जो फीस जमा कर रखा है वह मिल जाए।

राहुल रस्तोगी, रामपुर गार्डेन

रजिस्ट्रेशन कराते वक्त सीयूजीएल के लोगों ने कहा था कि, म् महीने के अंदर पीएनजी का कनेक्शन दे दिया जाएगा। लेकिन म् महीने तो, दूर मुदित को रजिस्ट्रेशन कराए दो साल से ज्यादा वक्त का समय हो गया हैं लेकिन अभी तक कनेक्शन नहीं मिला है। जबकि हमारे बगल के ही ब्लॉक में कुछ लोगों को बहुत पहले ही कनेक्शन दिए जा चुके है।

मुदित अग्रवाल, रामपुर गार्डेन

Posted By: Inextlive