जिम्मेदारों की मनमानी, बिजली बिल जमा करना बना परेशानी
- शहर में बेपटरी बिजली बिल व्यवस्था, ना आते मीटर रीडर और ना सुपरवाइजर ही रिसीव करते कॉल
- बिल अधिक आने से कंज्यूमर्स की बढ़ रही परेशानी, डेली आतीं चार से पांच शिकायतें GORAKHPUR: मीटर रीडरों की मनमानी के चलते बिजली बिल बनाने की व्यवस्था पटरी पर नहीं आ पा रही है। वहीं दूसरी तरफ तेज मीटर चलने से कंज्यूमर्स अलग परेशान चल रहे हैं। डेली 4-5 कंज्यूमर्स बिजली निगम में शिकायत करने पहुंच रहे हैं लेकिन उसे अनसुना कर दिया जा रहा है। जबकि प्रॉब्लम को तुरन्त दूर करने का बिजली विभाग दावा करता है। कई एरियाज में ताो मीटर रीडर ही नहीं जा रहे हैं। कंज्यूमर्स के कॉल करने पर भी कोई रिस्पॉन्स नहीं मिल रहा। जिसके कारण भीषण गर्मी में कंज्यूमर्स बार-बार बिजली विभाग के दफ्तर के चक्कर काटने को मजबूर हैं। मोबाइल पर रीडिंग ले आने में दिक्कतमीटर रीडर न आने पर बिजली निगम के अफसरों ने मीटर का वीडियो मोबाइल फोन से बनाकर ले आने की व्यवस्था की है। लेकिन इस व्यवस्था की खामी यह है कि कई कंज्यूमर्स के पास स्मार्टफोन नहीं है, दूसरे अगर कंज्यूमर वीडियो बनाने के बाद किसी कारण उस दिन बिजली विभाग के ऑफिस नहीं पहुंच पाता है तो उसे फिर से वीडियो बनाना पड़ता है।
केस 1 राप्तीनगर खंड एरिया की शैल जायसवाल का कनेक्शन नंबर 4513122000 है। उनके घर का मीटर तेज चल रहा था। साथ ही एक साल से मीटर रीडर नहीं आया तो अफसरों से शिकायत की। अफसरों के संज्ञान में मामला आया तो बिल निकाला गया। मीटर रीडर गया तो उसने बताया कि आपका कनेक्शन नंबर मशीन में शो नहीं कर रहा है। केस 2 पुर्दिलपुर के रहने वाले विजय शंकर गुप्ता के घर मीटर लगा। मीटर तेज चल रहा था। कंप्लेन के बाद भी चार महीने से मीटर रीडर नहीं आ रहे हैं। उन्होंने अफसरों से कई बार शिकायत की लेकिन कुछ नहीं हुआ। इसके बाद वह बिजली ऑफिस पहुंचे जहां मीटर रीडर और सुपरवाइजर का नंबर चस्पा है। कई बार इस नंबर पर कॉल किया लेकिन उधर से कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला। केस 3 जाफरा बाजार के रहने वाले अमित श्रीवास्तव ने अप्रैल 2019 में अपना बिल जमा किया। इसके बाद अचानक उनकी रीडिंग ज्यादा आ गई। बिजली विभाग के ऑफिस पहुंच इसकी शिकायत की लेकिन रिस्पॉन्स नहीं मिला। उनका कहना है कि मीटर रीडर समय से रीडिंग लेने नहीं पहुंचते हैं जिससे यह समस्या बनी रहती है। वर्जनमीटर रीडरों के कार्य की मॉनीटरिंग अवर अभियंता कर रहे हैं। जिन कंज्यूमर्स को दिक्कत है वह संबंधित अवर अभियंता से शिकायत करें। एजेंसी के अफसरों को भी रीडिंग की व्यवस्था सुचारू रखने के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं। जो लोग कंज्यूमर्स की कॉल रिसीव नहीं करेंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
- देवेंद्र सिंह, चीफ इंजीनियर