Patna: मिड डे मिल का खाना खाने से सारण के 22 बच्चों की मौत अब तक हो चुकी है. 21 की मौत सारण में ही हो गई जबकि एक बच्चे की मौत पीएमसीएच में हुई. पीएमसीएच में एक महिला सहित कुल 27 बच्चों को भर्ती कराया गया है.


खाने में प्वाइजन होने की बात इसमें चार बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है। चारों का इलाज आईसीयू में चल रहा है। शेष को पीएमसीएच के बच्चा वार्ड में रखा गया है। डॉक्टर्स लगातार इन बच्चों के हेल्थ पर नजर रख रहे हैं। डॉक्टर्स ने खाने में प्वाइजन होने की बात कही है। च्यवनप्राश के डिब्बे में था तेल


खाना बनाने वाली रसोइया मंजू का कहना था कि सब्जी बनाने के लिए जो तेल मिला था वह च्यवनप्राश के डिब्बे में था। वहीं घटना के बाद स्थानीय लोगों ने तेल के बारे में बताया कि उससे दुर्गंध आ रही थी। पीएमसीएच में भर्ती एक बच्चे के पिता सचदेव साह ने बताया कि मिड डे मील का पूरा सामान मीना देवी रखती हैं। वहीं नंदलाल महतो ने बताया कि हमारे बच्चों को जान बूझकर जहर दिया गया है। जितने भी बच्चे मरे हैं, उनके दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।प्वाइजन होने की पॉसिबिलिटी पीएमसीएच के डॉक्टर्स के अनुसार मिड डे मिल में जहर मिला हो सकता है। पहली नजर में यह मामला जहर वाला दिखता है। बच्चों के शरीर से जो स्मेल आ रही है वह आर्गेनिक फॉस्फोरस का है। फॉरेंसिक जांच के बाद फाइनली कुछ कहा जा सकता है।

एक की मौत, दो हॉस्पीटल में एडमिट
पीएमसीएच में सुरेंद्र राय की पत्नी कभी आईसीयू में दौड़ रही थी, तो कभी बच्चा वार्ड में। बेटी ममता की मौत हो चुकी है और बेटा उपेंद्र आईसीयू में एडमिट है। वहीं बेटी सविता बच्चा वार्ड में है। एक बेटी खोने के बाद अब वह मां बचे हुए दोनों बच्चों के लिए भगवान से सिर्फ प्रार्थना कर रही है। डर के मारे खाया खराब खानामंगलवार को सारण में जिस खाने से ब'चों की सेहत बिगड़ी उसका स्वाद खराब था। बावजूद ब'चों ने वह खाना खाया। पीएमसीएच में एडमिट फोर्थ क्लास की कांति कुमारी ने बताया कि सब्जी एकदम खराब लग रही थी। लेकिन हमलोग डर के कारण कुछ नहीं बोले। उसके बाद पेट में दर्द होने लगा और उल्टी होने लगी। तो बच सकती थी ब'चों की जान

सारण में मिड डे मील का खाना खाने से मरे ब'चों को बचाया जा सकता था। एडमिनिस्ट्रेशन ने उन्हें समय रहते पीएमसीएच या दूसरे बड़े हॉस्पीटल में नहीं पहुंचाया। मंगलवार की रात 27 ब'चों को पीएमसीएच में भर्ती कराया गया। इसके बाद एक की मौत हुई। इसी तरह यदि सभी ब'चों को दिन में ही यहां भर्ती कराया जाता तो मरने वालों की संख्या कम हो सकती थी। मिड डे मील के ऑफिस में तोड़-फोड़एपवा सहित कई संगठनों ने सारण में हुए मिड डे मील कांड को लेकर पटना के मिड डे मील ऑफिस का घेराव किया। इस दौरान लोगों ने ऑफिस में तोड़-फोड़ भी की। ऑफिस के बाहर लगे बोर्ड को भी फाड़ दिया।पीएमसीएच में सिक्योरिटी टाइटखराब खाने के कारण बीमार हुए ब'चों को मंगलवार की रात पीएमसीएच में भर्ती कराया गया। इसके बाद वहां की सिक्योरिटी टाइट कर दी गई। चुनिंदा लोगों को छोड़ ब'चा वार्ड में किसी को भी जाने नहीं दिया जा रहा है। विटामिन गोली बनी मौत का टेबलेट सारण में मिड डे मील से ब'चों की मौत के बाद गया में विटामिन ए की गोलियां खाने के बाद एक ब'चे की मौत हो गई है। जबकि 22 बीमार हैं। बीमार ब'चों को गया सदर हॉस्पीटल में भर्ती कराया गया है। मधुबनी में बीमार हुए बच्चे
मधुबनी के बिस्फी में उत्क्रमित विद्यालय, नवटोली में मिड डे मील के बाद 15 ब'चे बीमार पड़ गए हैं। इसमें 10 की हालत गंभीर बताई जा रही है। पेट में दर्द व उल्टी की शिकायत पर उन्हें बिस्फी पीएचसी में भर्ती कराया गया है। खाने में छिपकिली होने की आशंका जताई जा रही है।तेल में ही जहर मिला हुआ था। वह गाढ़ा और गंदा था। मेरी बेटी पिंकी पीएमसीएच में भर्ती है। भगवान का शुक्र है कि वह अब खतरे से बाहर है।चंद्रमा महतो, सारण जानबूझ कर मिड डे मिल में जहर मिलाया गया है। जब तेल गंदा था तो उसमें सब्जी क्यों बनी। हमारे बच्चों को वहां खाना सही नहीं मिलता है। राजेन्द्र राय, सारण इसमें पॉलिटिकल लोग इनवॉल्व हैं। जिनके दुकान से सामान खरीदा जाता है वे एक बड़े लीडर के ड्राइवर व बॉडीगार्ड हैं। मेरी डॉक्टर्स से बात हुई है। फॉरेंसिक जांच से सब पता चल जाएगा। मामले में दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। पीके शाही, एजुकेशन मिनिस्टर

Posted By: Inextlive