व‌र्ल्ड हाइपर टेंशन डे के मौके पर जगह-जगह कैंप लगाकर नापा गया ब्लड प्रेशर

PRAYAGRAJ: रोहित की एज 40 साल है. उन्हें बात-बात पर गुस्सा आता है. इसके चलते ऑफिस में उनकी सभी से कहासुनी होती रहती है. उन्हें भी नहीं पता था कि इस तुनकमिजाजी का कारण क्या है. शुक्रवार को वह काल्विन हॉस्पिटल के हेल्थ कैंप पहुंचे तो जांच में ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ पाया गया. उन्होंने बताया कि अचानक सांस फूलने लगती है, शरीर कांपता है और गुस्सा आ जाता है. डॉक्टर्स ने उन्हें दवाएं देने के साथ लाइफस्टाइल में बदलाव के लिए कहा.

हल्के में मत लें यह आंकड़ा

स्वास्थ्य विभाग की ओर से व‌र्ल्ड हाइपर टेंशन डे के मौके पर शहर में कंपनी बाग, काल्विन हॉस्पिटल सहित 20 सीएचसी में हेल्थ चेकअप कैंप लगाए गए थे. इनमें से देखे गए 1600 मरीज में से 196 लोगों का ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ पाया गया. कुल मिलाकर 12 फीसदी मरीज इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं. डॉक्टर्स कहते हैं कि इस आंकड़े को हल्के में नहीं लेना चाहिए. अनियमित जीवन शैली और खान पान के चलते लगातार लोगों का ब्लड प्रेशर बढ़ रहा है.

यहां हाइपरटेशन की नो टेंशन

मॉर्निग में कंपनी बाग में हेल्थ चेकअप कैंप लगाया गया था. यहां पर अधिकतर लोग 60 साल से अधिक थे लेकिन उनका ब्लड प्रेशर नार्मल पाया गया. 126 में से 20 लोगों में ही हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण मिले. एज ग्रुप को देखते हुए मरीजों की संख्या कम पाई गई. बातचीत में बताया गया कि कुछ लोगों का बीपी पूर्व में बढ़ा था लेकिन नियमित वॉक से अब वह कंट्रोल में आ गया है. जबकि काल्विन हॉस्पिटल में 80 मरीजों की जांच हुई जिसमें से 30 का बीपी बढ़ा हुआ था.

डोंट वरी, डब्ल्यूएचओ ने बढ़ा दिए नंबर

जीवन शैली को देखते हुए डब्ल्यूएचओ ने मरीजों को थोड़ी राहत दी है. पहले बीपी नापने के लिए 80 और 120 को मानक माना जाता था और अब इसे बढ़ाकर 90 और 140 कर दिया गया है. डब्ल्यूएचओ का मानना है कि 120 से 140 के बीच अगर ब्लड प्रेशर है तो यह चिंता की बात नहीं है. इस पैमाने में होने पर भविष्य में मरीज खुद को फिट कर सकता है.

जिनका चेकअप हुआ है, उनमें से ज्यादातर रेगुलर एक्सरसाइज नहीं करते. स्ट्रेस और जंकफूड की वजह से भी कई लोग हाइपरटेंशन की चपेट में आए हैं. इन मरीजों को रजिस्टर कर उनका इलाज शुरू कर दिया गया है.

डॉ. वीके मिश्रा,

इंचार्ज, एनसीडी सेल

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जगह-जगह आयोजित हुए कार्यक्रम

स्वास्थ्य विभाग की एनसीडी सेल की ओर से शुक्रवार को कंपनी बाग में हेल्थ कैंप आयोजित करने के बाद काल्विन हॉस्पिटल में स्क्रीनिंग कैंप और जागरुकता गोष्ठी का आयोजन किया गया था. शाम को विनायक सिटी सेंटर पर हस्ताक्षर अभियान चलाया गया. गोष्ठी में एनसीडी सेल इंचार्ज डॉ. वीके मिश्रा, काल्विन एसआईसी डॉ. वीके सिंह, मनोचिकित्सक डॉ. राकेश पासवान समेत कई लोग उपस्थित रहे.

Posted By: Vijay Pandey