डेरा सच्‍चा सौदा चीफ संत गुरमीत राम रहीम की फिल्‍म 'मैसेंजर ऑफ गॉड' को पंजाब में बैन किए जाने की मांग थमती नही दिखाई दे रही है. पंजाब सरकार ने इस मुद्दे पर बॉल सेंसर बोर्ड के पाले में डाल दी है. इसके साथ ही डेरा प्रवक्‍ता ने फिल्‍म देखने के बाद कमियां निकाली जाने की मांग की है.


बैन हो 'मैसेंजर ऑफ गॉड'डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख संत गुरमीत राम रहीम की फिल्म 'मैसेंजर ऑफ गॉड(एमएसजी) पर ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट फेडरेशन ने बैन लगाने की बात की है. उल्लेखनीय है कि अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने भी इस मांग से सहमत होते हुए पंजाब सरकार से फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की बात कही है. वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का कहना है कि फिल्म पर प्रतिबंध लगाना सेंसर बोर्ड का काम है और सेंसर बोर्ड ने फिल्म जारी करने से पहले उसे देखा होगा.फिल्म पर गुमराह करने का आरोप
अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कई आपराधिक मामलों में वांछित डेरा सच्चा सौदा के राम रहीम द्वारा बनाई गई फिल्म लोगों को गुमराह करने वाली है. उन्होंने कहा कि सरकार दोगली नीति छोड़कर इस फिल्म पर प्रतिबंध लगाए. जत्थेदार ने कहा कि यह फिल्म पंजाब की शांति के लिए खतरा हो सकती है. गौरतलब है कि यह फिल्म 16 जनवरी को देशभर में रिलीज होने वाली है.डेरा की अपील पहले फिल्म देखें


डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह की फिल्म एमएसजी (दि मैसेंजर ऑफ द गॉड) के विरोध पर डेरा सच्चा सौदा ने कहा है कि पहले फिल्म देखें और फिर नुक्ताचीनी करें. डेरा प्रवक्ता डॉ. पवन इंसा ने कहा कि फिल्म को बिना देखे विरोध की बात वे लोग करते हैं, जो नहीं चाहते हैं कि पंजाब से नशे की बुराई मिटे और युवा वर्ग आगे बढ़े. उन्होंने कहा कि यह फिल्म समाज को जोडऩे और देशभक्ति की भावना पैदा करने वाली है. फिल्म में किसी प्रकार की आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग नहीं है फिर भी कुछ लोग इसके विरोध में बोल रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस फिल्म का पैसा थैलेसीमिया पीडि़त बच्चों और एचआईवी पॉजिटिव लोगों की रिसर्च पर खर्च होगा और आदर्श कार्य के लिए ही फिल्म का निर्माण किया गया है.

Hindi News from India News Desk

Posted By: Prabha Punj Mishra