RANCHI : हावड़ा से आनेवाली शताब्दी एक्सप्रेस रांची रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर तीन पर आनेवाली है. स्टेशन पर पैसेंजर्स की हलचल बढ़ गई है. इसी ट्रेन से पैसेंजर उमेश भी अपनी फैमिली के साथ ट्रेन से बाहर निकल कर कूली-कूली की आवाज लगा रहे हैैं. लेकिन इनकी आवाज सुनकर कोई भी कूली नहीं आ रहा है. ऐसे में मजबूरीवश सुरेंद्र जी अपना लगेज खुद उठाकर किसी तरह स्टेशन के बाहर निकलते हैैं. ऐसी टेंशन अकेले उमेश जी की नहीं है बल्कि इनके जैसे रांची रेलवे स्टेशन पर विभिन्न ट्रेनों से जाने और आनेवाले पैसेंजर्स को इसी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसके पीछे कारण रांची रेलवे स्टेशन पर कूली की संख्या घट जाना है.


बच गए हैं बस 28 कूली पहले जहां इस स्टेशन पर 80 से अधिक कूली काम करते थे, वहीं अब मात्र 28 ही बचे हैं। इसमें से मात्र एक समय में स्टेशन पर 8 से लेकर 10 तक कूली ही मौजूद रहते हैं। ऐसे में यहां पर आनेवाले पैसेंजर्स को लगेज के लिए कूली नहीं मिलतें। एक अनुमान के अनुसार डेली दस ट्रेनों में पांच हजार पैसेंजर्स आते हैैं। महिलाएं होती हैं ज्यादा परेशान


रांची रेलवे स्टेशन पर कूली की संख्या कम होने के कारण महिला पैसेंजर्स को काफी परेशानी होती है। जिन महिलाओं के साथ पुरुष नहीं होते हैं और जिनके पास लगेज अधिक होता है, उन्हें कूली के लिए वेट करना पड़ता है। कूली नहीं मिलने से मजबूरी में उन्हें अपना बैग और सामान खुद उठाकर ले जाना पड़ता है। इसके साथ ही ओल्ड एज के लोगों को भी कूली टाइम से नहीं मिलने से परेशान होना पड़ता है। ऐसे में लोग चाहते हैं कि रांची रेलवे स्टेशन पर कूली की संख्या बढ़ाई जाए।मनमाना पैसा वसूलते हैं कूली

रांची रेलवे स्टेशन पर पैसेंजर्स का आरोप है कि कूली यहां पर मनमाना पैसा वसूलते हैैं। रेलवे के  रूल्स के मुताबिक कूली का रेट 35 किलो लगेज का 20 रुपए है। 40 से लेकर 60 किलो तक के लगेज का रेट 50 रुपए है। 60 से लेकर 100 किलो तक के लगेज का वेट 75 रुपए है। इससे ऊपर का 100  लेकर 200 रुपए तक है। लेकिन कूली इस रेट के बारे में पैसेंजर को नहीं बताते हैैं। स्टेशन पर भी यह व्यवस्था नहीं है, जिससे पैसेंजर को पता चल सके कि स्टेशन पर सामान उठानेवाले कूली का रेट क्या है। इससे पैसेंजर्स कंफ्यूजन में रहते हैं और उन्हें ज्यादा पैसा देना पड़ता है।

Posted By: Inextlive