- उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन ने किया विरोध, 16 मई से बेमियादी कार्य-बहिष्कार का किया ऐलान

DEHRADUN: रोडवेज के रुड़की डिपो में 58 लाख रुपये के वेतन घोटाले में निलंबित कैशियर के बहाल होने का उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन ने विरोध किया है. यूनियन ने आरोप लगाया है कि एक संगठन के दबाव में अफसरों ने आरोपी को बहाल किया है. यूनियन ने 16 मई से बेमियादी कार्य-बहिष्कार का ऐलान किया है.

एजीएम ने किया था निलंबित

पिछले दिनों रुड़की डिपो के एजीएम आरपी पैन्यूली ने भ्रष्टाचार का बड़ा मामला पकड़ा था. जांच में खुलासा हुआ था कि डिपो के वेतन से हर माह चार-पांच लाख रुपये गलत तरीके से ऐसी सहकारी समिति को भेजे जा रहे थे, जिसका कोई रिकॉर्ड ही नहीं था. एजीएम ने प्रथम दृष्ट्या कैशियर हामिद अली को दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया और प्रकरण की जांच कर रिपोर्ट मुख्यालय को सौंप दी. हामिद अली रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के सदस्य हैं, लिहाजा परिषद ने उनका निलंबन गलत बताते हुए उन्हें बहाल करने व एजीएम के विरुद्ध जांच करने की मांग कर प्रदर्शन की चेतावनी दी थी. ट्यूजडे को मंडलीय प्रबंधक पवन मेहरा ने परिषद के प्रतिनिधिमंडल से वार्ता की. परिषद ने डिपो एजीएम पर द्वेषपूर्ण कार्रवाई करने के आरोप लगाए. बैठक के बाद मंडलीय प्रबंधक ने एजीएम पर लगे आरोपों की जांच कराने के आदेश दिए. साथ ही एजीएम के कैशियर को निलंबित करने के आदेश पर रोक लगा दी. वार्ता में एजीएम कार्मिक पूजा केहरा व एजीएम वित्त रजनीश गुप्ता समेत परिषद से क्षेत्रीय अध्यक्ष मेजपाल सिंह व मंत्री राकेश पटवाल आदि मौजूद रहे. परिषद ने अपना एक मई से आंदोलन स्थगित कर दिया है. इधर, आरोपी कैशियर के बहाल होने की सूचना पर कर्मचारी यूनियन के तेवर तल्ख हो गए. यूनियन के प्रदेश महामंत्री अशोक चौधरी, क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रवीण सैनी व मंत्री केपी सिंह ने मंडलीय प्रबंधक को 16 मई से कार्य बहिष्कार का नोटिस थमा दिया है. यूनियन ने प्रबंधन को 15 मई तक का समय दिया है.

Posted By: Ravi Pal