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- ग्राम पंचायतों में सार्वजनिक भवनों की दीवारों पर चस्पा करना होगा पोस्टर

- पिछले, वर्तमान व आगामी वर्ष में होने वाले विकास कार्यो की देनी होगी जानकारी

BAREILLY:

ग्राम पंचायतों में विकास कार्य कराने में ग्राम प्रधानों की मनमानी नहीं चलेगी। यदि प्रधान ने घपला, घोटाला, फर्जीवाड़ा या गबन करने के बारे में सोचा तो 'दीवारें बोल उठेंगी'। क्योंकि अब सभी पंचायत भवन की दीवारों पर प्रकाशित पोस्टर और वाल पेंटिंग कराई जाएगी, जिसमें पिछले, वर्तमान व आगामी वर्ष के विकास कार्यो का लेखा-जोखा लिखा होगा। हर ग्रामीण की नजर में विकास का खाका रखने के लिए पंचायती राज विभाग यह नई व्यवस्था शुरू करने जा रहा है। डीपीआरओ ने नई व्यवस्था से फर्जीवाड़ा में गिरावट की संभावना जताई है।

नियम है पर फॉलो नहीं हो रहा

ग्राम पंचायतों में विकास कार्यो को पारदर्शिता के लिहाज से प्रकाशित कराने का नियम वर्षो पुराना है, लेकिन किसी की भी नजर इस पर नहीं पड़ी। ऐसे में, अब शासन ने विगत या वर्तमान वित्तीय वर्ष में कराए गए व आगामी कार्ययोजना में कराए जाने वाले विकास कार्य सार्वजनिक स्थलों की दीवारों पर प्रकाशित कराने को कहा है। विकास कार्यो की जानकारी भी प्रधानों को देनी होगी। फिलहाल, पोस्टर लगवाए जाएंगे और बाद में वॉल पेंटिंग करानी होगी। डीपीआरओ के मुताबिक नई व्यवस्था से हर ग्रामीण को पता होगा कि गांव में क्या-क्या कार्य, कहां-कहां हुए और कितने कराए जाने हैं। निर्देशों का पालन नहीं करने पर ग्राम प्रधान पर कार्रवाई की जाएगी।

शिकायतें हो जाएंगी कम

कुछ जिम्मेदार ग्रामीणों को छोड़ अन्य को गांव में कराए गए या कराए जाने वाले विकास कार्यो की जानकारी नहीं होती है, लेकिन जब गांव की दीवारों पर पोस्टर चस्पा होंगे, तो ग्राम प्रधान मनमानी नहीं कर सकेंगे। साथ ही, विकास कार्य सार्वजनिक होने पर लोगों को पता रहेगा कि किस स्तर का काम है। ऐसे में, ग्रामीणों की नाराजगी से बचने के लिए प्रधान बेहतर कार्य कराएंगे, ऐसी संभावना जताई जा रही है। हालांकि, तमाम कार्रवाई के बाद भी प्रधानों की मनमानी पर लगाम नहीं लग पा रही है। ऐसे में, पोस्टर का प्रभाव पड़ेगा, यह सवाल उभर रहा है। फिर भी यदि यह प्रयोग सफल रहा तो अधिकारियों के दर पर पहुंचने वाली शिकायतों में कमी आएगी।

ग्राम पंचायतों में पिछले, वर्तमान व आगामी वर्ष की कार्य योजनाओं के अनुसार प्रधानों को पोस्टर बनवाकर सार्वजनिक भवनों पर प्रकाशित करना होगा। पारदर्शिता के लिए यह व्यवस्था शुरू की गई है।

विनय कुमार, डीपीआरओ

Posted By: Inextlive